Gujarat News: टेरर फंडिंग को लेकर गुजरात में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की छापेमारी जारी है। एनआईए ने नडियाद की एक कंपनी पर वित्तीय लेनदेन के मामले में सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। इस कंपनी द्वारा अफगानिस्तान से कच्चा माल मंगवाया जाता था, जिसके लिए अफगान बैंकों में सालों से लेनदेन चल रहा था लेकिन पिछले कुछ महीनो से अफगान में बैंकिंग ऑपरेशन प्रभावित होने से कंपनी का दुबई में ट्रांजैक्शन शुरू हुआ, इसी को लेकर सर्च ऑपरेशन किया गया। हालांकि कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि NIA की टीम को जांच में कोई अनियमितता नहीं मिली।
आसमा अब्दुल्ला खान पठान के घर छापेमारी
नडियाद के मरिडा रोड पर स्थित कृष्णा हींगवाला कंपनी पर NIA ने सोमवार को छापा मारा। इस कंपनी द्वारा अफगानिस्तान में सालों से चल रहे बिजनेस में जो वित्तीय लेनदेन होती है उसकी जांच के लिए ये रेड की गई है। साथ ही नडियाद के अमदावादी बाजार में दिल्ली वक्फ बोर्ड की गुजरात से सदस्य आसमा अब्दुल्ला खान पठान (Asma Khan Pathan) के घर पर भी छापेमारी की गई। आसमा खान पूर्व पार्षद है और खुद को ‘मोदी समर्थक’ कहती हैं। करीब साढ़े 11 घंटे तक चले इस सर्च ऑपरेशन को लेकर कंपनी द्वारा किसी भी तरह का कोई बयान नहीं दिया गया है। कहा जा रहा है कि कंपनी द्वारा सभी वित्तीय लेनदेन की जानकारी NIA को दी गई है।
दुबई की एक फाइनेंशियल कंपनी के जरिये हो रहे थे आरोपियों के ट्रांजैक्शन
न्यू भारत हिंग सप्लाई कंपनी की भी जांच की गई। कच्छ से अटारी पहुंचे ड्रग्स के मामले में जांच के दौरान टेरर फंडिंग की पुष्टि होने के बाद NIA द्वारा खेडा जिले के नडियाद में न्यू भारत हिंग सप्लायर्स के ऑफिस पर छापा मारा गया था। यह कंपनी मशहूर हींग ब्रांड कृष्णा हींग की मार्केटिंग करती है। इसके अलावा करोड़ों के ट्रांजैक्शन की जांच शुरू की गई है। इस रेड का कारण ये था कि अटारी से पकड़े गए ड्रग्स की जांच में पाया गया कि आरोपियों के ट्रांजैक्शन दुबई की एक फाइनेंशियल कंपनी के जरिये हो रहे थे। इसी दौरान NIA ने पाया कि नडियाद की इस हींग बनाने वाली कंपनी ने भी दुबई की उसी संस्था से बहुत ही हाई अमाउंट के ट्रांजैक्शन किए हैं इसलिए NIAकी टीम नडियाद पहुंची। यहां कंपनी के सारे अकाउंट्स का ब्यौरा इकट्ठा किया और फोरेंसिक जांच के लिए एनआईए अपने साथ ले गई है।
कृष्णा हींग कंपनी ने कहा, NIA को कोई अनियमितता नहीं मिली
वहीं, कृष्ण हींग ने कहा है कि जो भी ट्रांजैक्शन दुबई के जरिये किए गए वो सारा पेमेंट हींग के रॉ मटेरियल के लिए ही किया गया था और उसके लिए जरूरी परमिशन भी ली गई थी। वो सभी पेपर भी NIA को कंपनी के डायरेक्टर्स द्वारा सौंपे गए थे। कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा कि NIA को कंपनी के कामों में कोई गड़बड़ी नहीं मिली।