Gujarat News: मुहर्रम की पूर्व संध्या पर गुजरात के जामनगर शहर में निकाले जा रहे ताजिया जुलूस के दौरान करंट लगने से दो लोगों की मौत हो गई और 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बी-संभाग थाने के एक अधिकारी ने बताया कि घटना सोमवार की रात करीब सवा 11 बजे हुई, जब जुलूस शहर के धारानगर मोहल्ले से गुजर रहा था। मुस्लिम समुदाय के लोग कर्बला की लड़ाई में पैगंबर मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन की शहादत की याद में मुहर्रम मनाते हैं। अधिकारी ने बताया कि इमाम हुसैन के मकबरे की एक छोटी प्रतिकृति ताजिया के बिजली के तार से छू जाने के बाद उसमें करंट आ गया, जिसकी चपेट में 12 लोग आ गए।
ताजिया में करंट आने से हुआ हादसा
उन्होंने बताया कि ताजिया के तार को छूते ही उसके सिरे से एक चिंगारी निकलती दिखाई दी। ताजिया के संपर्क में आए लोगों को बिजली का झटका लगा। सभी 12 लोगों को एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दो लोगों को मृत घोषित कर दिया। अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान आसिफ यूनुस भाई मलिक (23) और मोहम्मद वहीद (25) के तौर पर हुई है।
क्यों मनाते हैं मुहर्रम?
इस साल मुहर्रम की शुरुआत 31 जुलाई से हुई । मुहर्रम की 10वीं तारीख यौम-ए-आशूरा के नाम से जानी जाती है। ये इस्लाम धर्म का प्रमुख दिन होता है। ऐसी मान्यता है कि मोहर्रम के महीने में हजरत इमाम हुसैन की शहादत हुई थी। हजरत इमाम हुसैन इस्लाम धर्म के संस्थापक हजरत मुहम्मद साहब के छोटे नवासे थे। हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में मुहर्रम के महीने के 10वें दिन को लोग मातम के तौर पर मनाते हैं, जिसे आशूरा कहा जाता है। आशूरा मातम का दिन होता है। इस दिन मुस्लिम समुदाय के बीच मातम मनाया जाता है। भारत में इस साल मुहर्रम की शुरुआत 31 जुलाई को हुआ था। ऐसे में आशूरा 09 अगस्त दिन मंगलवार को है।