Gujarat News: देश में कई ऐसे मंदिर हैं जिनकी अपनी एक अलग पहचान और विशेषता है। ऐसा ही एक मंदिर गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित है। कडी तालुका के झुलासण गांव में स्थित डोला माताजी के मंदिर में भक्तों की बहुत आस्था है। ऐसा कहा जाता है कि यदि आप यहां वीजा मिलने की मन्नत रखतें है तो उसका फल ज़रूर मिलता है जिसके चलते गुजरात, राजस्थान और हरियाणा सहित कई राज्यों के लोग यहां आते हैं और वीजा के लिए मन्नत मांगने में विश्वास करते हैं।
हिंदू और मुसलमान दोनों की आस्था का केंद्र
मेहसाणा से 40 किमी दूर झुलासण गांव की आबादी 7,000 है और यहां प्रति परिवार एक व्यक्ति विदेश में रहता है। इस डोला माताजी मंदिर में विश्वास करने और वीजा लेने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। इसके अलावा यह मंदिर सांप्रदायिक एकता का एक आदर्श प्रतीक है। मंदिर में रखा पत्थर का मशीन 800 साल से देवी के रूप में पूजा जाता है और यह मंदिर हिंदुओं और मुसलमानों दोनों की आस्था का केंद्र है। इस मंदिर में आने वाले हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों की मन्नत पूरी होती हैं। जिसके बाद, हिंदू माताजी को सुखड़ी और श्रीफल चढ़ाते हैं, जबकि मुस्लिम समुदाय के लोग चादर चढ़ाते हैं।
इस मंदिर में लगभग 70 से 80 प्रतिशत लोग अपने वीजा पाने के लिए आते हैं। 90% काम भक्तों का काम हो जाता है। सिर्फ गुजरात ही नहीं, बल्कि हरियाणा, पंजाब और राजस्थान से भी लोग वीजा की मानता रखने के लिए आते हैं।
Image Source : india tvDola Mata Temple
सुनीता विलियम्स के लिए जलाई थी अखंड ज्योति
गौरतलब है की झुलासण गांव अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स का पुश्तैनी गांव है, जो अक्सर गांव के मंदिरों में आती हैं। जब सुनीता विलियम्स जिस अंतरिक्ष यान में थी उसमें खराबी आने पर इस गांव के लोगों ने सुनीता विलियम्स के लिए एक अखंड ज्योति और धूनी का आयोजन किया था। सुनीता विलियम्स जब सफलतापूर्वक यान से उतरीं उसके बाद वह डोला माता के दर्शन के लिए जुलासण पहुंचीं थी।
यंत्र को देवी के रूप में पूजते हैं ग्रामीण
800 साल पहले झुलासण गांव में वर्तमान मंदिर के स्थल पर एक मिट्टी की मशीन मिली थी। तब से ग्रामीण इस यंत्र को देवी के रूप में पूजते आ रहे हैं। जैसे-जैसे लोगों ने विश्वास करना शुरू किया और उनका काम पूरा हुआ, लोगों में और अधिक विश्वास जाग उठा। लोककथाओं के अनुसार, इस मंदिर में एक मुस्लिम देवी की पूजा की जाती है और हिंदू व मुस्लिम समुदाय के लोग मंदिर में दर्शन करने आते हैं।
मुस्लिम महिला के नाम पर मंदिर
लोककथाओं के अनुसार पहले के समय में लुटेरे गांव में आकर गांव को लूट लेते थे। तभी पड़ोस के गांव से गुजर रही एक मुस्लिम महिला ने झुलासण गांव में डकैती देखी। वे वहीं रुक गए, लुटेरों से लड़ी और लड़ते-लड़ते मर गई। जहां उनकी मौत हुई वहां कई साल बाद, उनके नाम पर एक मंदिर बनाया गया। लोग यहां मत्था टेकने आते हैं।