Gujarat News: इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने पिछले महीने गुजरात के एक कारोबारी समूह पर छापेमारी के बाद एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की बिना हिसाब की आय का पता लगाया है। सेंट्रल बोर्ड आफ डाइरेक्ट टैक्स (CBDT) ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
छापेमारी में मिले थे 24 करोड़ रुपये
CBDT ने एक बयान में बताया, "अब तक 24 करोड़ रुपये की बिना हिसाब की नकदी और 20 करोड़ रुपये मूल्य के आभूषण आदि जब्त किए गए हैं।" छापेमारी 20 जुलाई को शुरू की गई और एजेंसी ने खेड़ा, अहमदाबाद, मुंबई, हैदराबाद और कोलकाता में 58 परिसरों की तलाशी ली। ग्रुप की पहचान उजागर किए बिना सीबीडीटी ने कहा कि प्रमुख कारोबारी समूह कपड़ा, रसायन, पैकेजिंग, भूमि एवं भवन और शिक्षा जैसे विविध क्षेत्रों से जुड़ा है।
ग्रुप कई तरीके अपनाकर कर रही थी टैक्स चोरी
CBDT टैक्स डिपार्टमेंट की एडमिनिस्ट्रेटिव अथॉरिटी है। इसने कहा कि छापे के दौरान जब्त किए गए दस्तावेजों और डिजिटल डेटा से पता चलता है कि ग्रुप विभिन्न तरीके अपनाकर बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी में शामिल रहा है, जिसमें बेहिसाब नकद बिक्री, फर्जी खरीद बुकिंग और भूमि एवं भवन संबंधी लेन-देन से जुड़ी नकद रसीदें शामिल हैं।
CBDT ने कहा, "समूह को कोलकाता स्थित मुखौटा कंपनियों से शेयर प्रीमियम के माध्यम से बेहिसाब रकम की लेयरिंग में भी शामिल पाया गया है।" इसने कहा कि कारोबारी समूह "संचालकों के माध्यम से अपनी सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर की कीमतों में हेरफेर के माध्यम से मुनाफाखोरी में शामिल था।"
इससे पहले गुजरात के हीरा कारोबारी समूह के ठिकानों पर हुई थी छापेमारी
मामले में सीबीडीटी ने बताया था कि आयकर विभाग ने गुजरात के अग्रणी हीरा निर्माता एवं निर्यातक के यहां छापेमारी की। इस दौरान करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी का खुलासा हुआ था। सितंबर 2021 को समूह के परिसर पर यह छापेमारी की गई थी।CBDT ने बताया था कि, 'आंकड़ों के शुरुआती आकलन से यह पता चला कि समूह ने 518 करोड़ रुपये के छोटे व पॉलिश वाले हीरों की खरीद और बिक्री बिना हिसाब-किताब के की।' मालूम हो कि इस समूह का महाराष्ट्र के मुंबई और गुजरात के सूरत, नवसारी, मोरबी और वांकानेर (मोरबी) में टाइल प्रोडक्शन का बिजनेस भी है।