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Gujarat New CM: गुजरात का अगला सीएम कौन? आज होगी BJP विधायक दल की बैठक

विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी अब किसे गुजरात का मुख्यमंत्री बनाती है, अटकलें कई नामों पर हैं लेकिन आधिकारिक तौर पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, गुजरात के पूर्व गृह राज्य मंत्री गोरधन जडाफिया, गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटील आदि का नाम चर्चा में है।

Gujarat New CM: गुजरात का अगला सीएम कौन? रविवार को होगी BJP विधायक दल की बैठक- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Gujarat New CM: गुजरात का अगला सीएम कौन? रविवार को होगी BJP विधायक दल की बैठक

Gujarat New Chief Minister: गुजरात में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले विजय रुपाणी के अचानक सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। विजय रुपाणी के इस्तीफे के बाद रविवार (12 सितंबर) को विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में विधायक दल के नेता को चुना जाएगा। इसके साथ ही आज गुजरात को नया सीएम मिल जाएगा।

रविवार को होने वाली बैठक के लिए गुजरात बीजेपी ने सभी विधायकों को देर रात तक राजधानी गांधीनगर पहुंचने का निर्देश जारी किया है। वहीं अमित शाह भी अहमदाबाद पहुंच रहे हैं। गुजरात बीजेपी मुख्यालय में बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। रविवार को अहमदाबाद में बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी। साथ ही गुजरात में 2 डिप्टी सीएम बनाए जाने के फॉर्मूले पर भी विचार होगा।

बीजेपी प्रवक्ता यामल व्यास के मुताबिक, अभी विधायक दल की बैठक का समय निश्चित नही है। कल यानी रविवार को ये बैठक होने की संभावना है। केंद्र से भी कुछ निरीक्षक बैठक में शामिल होने आएंगे। अमित शाह के आगमन की आधिकारिक जानकारी नहीं है, सेंट्रल पार्लियामेंट्री की बैठक दिल्ली में हो सकती है जो कभी भी हो सकती है।

गुजरात के सीएम पद की रेस में जानिए कौन-कौन है

बड़ा सवाल यह है कि विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी अब किसे गुजरात का मुख्यमंत्री बनाती है। अटकलें कई नामों पर हैं लेकिन आधिकारिक तौर पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, गुजरात के पूर्व गृह राज्य मंत्री गोरधन जडाफिया, गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटील, बीजेपी विधायक आरसी फालदू और लक्षद्वीप दमन-दीव के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल का नाम भी चर्चा में है। बता दें कि, मनसुख मंडाविया गुजरात से बीजेपी के राज्यसभा सांसद हैं। 49 साल के मनसुख मांडविया करीब 2 दशक से राजनीति में सक्रिय हैं।

नितिन पटेल का नाम सबसे आगे

सूत्रों के मुताबिक, नितिन पटेल का नाम सबसे आगे चल रहा है। नितिन पटेल 5 अगस्त 2016 को गुजरात के डिप्टी सीएम बने थे। बता दें कि, नितिन पटेल को  गुजरात सरकार में साल 2001 में वित्त मंत्री बनाया गया था। नितिन पटेल 6 बार के विधायक हैं और तीन दशक का उनका राजनीतिक करियर है। 1990 में पहली बार गुजरात विधानसभा से विधायक बने थे, नितिन पटेल उत्तरी गुजरात के रहने वाले हैं।

गुजरात के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर नितिन पटेल, मांडविया के नामों को लेकर अटकलें 

विजय रूपाणी के इस्तीफे के बाद गुजरात के नए मुख्यमंत्री को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया है। इनमें उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल, राज्य के कृषि मंत्री आर सी फल्दू और केंद्रीय मंत्री पुरषोत्तम रूपाला एवं मनसुख मांडविया के नामों की अटकलें लगाई जा रही हैं। रूपाणी ने राज्य में विधानसभा चुनाव से करीब सवा साल पहले बगैर कोई विशेष कारण बताए मुख्यमंत्री पद से शनिवार को इस्तीफा दे दिया। भाजपा के एक नेता ने बताया, 'पटेल, फल्दू, रूपाला और मांडविया के नामों की चर्चा चल रही है। लेकिन यह कहना असंभव है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा क्योंकि इस बारे में फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।' 

उल्लेखनीय है कि आनंदीबेन पटेल ने जब अगस्त 2016 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था, तब यह कहा जा रहा था कि पटेल उनके उत्तराधिकारी होंगे, लेकिन आखिरी क्षणों में लिये गये एक फैसले में रूपाणी को इस शीर्ष पद के लिए चुन लिया गया। रूपाणी के इस्तीफे के बाद नितिन पटेल को अगला मुख्यमंत्री बनाने की मांग सोशल मीडिया पर जोरशोर से शुरू हो गई। वहीं, पटेल की तरह ही प्रभावशाली पाटीदार समुदाय से आने वाले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया को भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आगे माना जा रहा है। समुदाय के नेताओं ने हाल ही में यह मांग की थी कि अगला मुख्यमंत्री एक पाटीदार (समुदाय से) होना चाहिए। 

सूत्रों ने बताया कि प्रदेश भाजपा प्रमुख सी आर पाटिल को मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं माना जा रहा है। वह मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। सूत्रों ने कहा कि भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव से एक साल पहले आनंदीबेन पटेल को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था। उन्होंने कहा कि रूपाणी के साथ भी ऐसा ही किया गया और उनके उत्तराधिकारी दिसंबर 2022 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में पार्टी का नेतृत्व कर सकते हैं।

रूपाणी के इस्तीफा कारणों का अभी पता नहीं

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य में विधानसभा चुनाव होने से लगभग सवा साल पहले शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि रूपाणी ने किन कारणों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है, जहां 182 सदस्यीय विधानसभा के लिये चुनाव अगले साल दिसंबर में होने हैं। रूपाणी (65) ने दिसंबर 2017 में दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। इस्तीफे की वजह पूछने पर रूपाणी ने कहा, 'भाजपा में पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए यह रिले रेस की तरह है। इसमें एक कार्यकर्ता दूसरे को मशाल सौंपता है।' राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी इस बारे में फैसला करेगी। उन्होंने प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सी आर पाटिल के साथ मतभेदों की बात को खारिज कर दिया। 

इस्तीफा देने के बाद रूपाणी बोले- आगे मेरी पार्टी जो काम देगी, मैं करुंगा

रूपाणी ने शनिवार को राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मिलकर अपना इस्तीफा सौंपने के बाद संवाददाताओं से कहा, 'मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।' उन्होंने कहा, 'मुझे पांच साल तक राज्य की सेवा करने का अवसर दिया गया। मैंने राज्य के विकास में योगदान दिया। आगे मेरी पार्टी जो काम देगी, मैं करुंगा।' रूपाणी ने कहा, 'भाजपा में यह परंपरा है कि पार्टी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियां समय-समय पर बदलती हैं। पार्टी भविष्य में मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं उसे लेने को तैयार रहूंगा।' उन्होंने कहा, 'मुझ जैसे सामान्य कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री के रूप में राज्य की जनता की सेवा करने का यह अवसर देने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करता हूं।' 

पाटीदार समुदाय से हो सकता है गुजरात का अगला सीएम!

रूपाणी जैन समुदाय से आते हैं, जिसकी राज्य में करीब दो प्रतिशत आबादी है। इस तरह की अटकलें हैं कि उनका उत्तराधिकारी पाटीदार समुदाय से हो सकता है। रूपाणी पहली बार सात अगस्त, 2016 को मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद यह पद संभाला था। उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद दूसरी बार राज्य की बागडोर संभाली। इस साल सात अगस्त को मुख्यमंत्री के रूप में पांच साल पूरा करने वाले रूपाणी शनिवार को सरदारधाम भवन के उद्घाटन में उपस्थित थे, जिसमें मोदी ने ऑनलाइन शिरकत की।