Gujarat liquor case: गुजरात में जहरीली शराब से हुए मौत मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए 2 पुलिस अधीक्षकों का तबादला और 6 पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। गुजरात के गृह विभाग ने बोटाद और अहमदाबाद जिलों के पुलिस अधीक्षकों का बृहस्पतिवार को तबादला कर दिया और छह अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। एक अधिकारी ने बताया कि जहरीली शराब पीने के कारण 42 लोगों की मौत होने के बाद यह कार्रवाई की गयी है। अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह, राजकुमार ने भाषा से कहा, ''हमने बोटाद के पुलिस अधीक्षक करणराज वाघेला और अहमदाबाद के पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह यादव का तबादला कर दिया है। दो पुलिस उपाधीक्षकों, एक सर्किल पुलिस निरीक्षक, एक पुलिस निरीक्षक और दो सब-इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है।''
अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने बुधवार को बताया कि 25 जुलाई को बोटाद में जहरीली शराब पीने के बाद बोटाद और पड़ोसी अहमदाबाद जिले में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा था कि भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद में कम से कम 97 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं।
मेथेनॉल में पानी मिलाकर नकली शराब बनाई गई थी
ज़हरीली शराब का यह मामला सोमवार को सुबह तब सामने आया, जब बोटाद के रोजिड गांव और आसपास के अन्य गांवों में रहने वाले कुछ लोगों को उनकी हालत बिगड़ने पर बरवाला क्षेत्र और बोटाद के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि बोटाद के अलग-अलग गांवों के कुछ छोटे शराब विक्रताओं ने ‘मिथाइल अल्कोहल’ (मेथेनॉल) में पानी मिलाकर नकली शराब बनाई थी, जो बेहद जहरीली होती है।