गुजरात की भाजपा सरकार ने शुक्रवार को राज्य के विकास के लिए 3.32 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया है। खास बात ये है कि राज्य सरकार ने बजट में किसी भी तरह के नए टैक्स लगाने का प्रस्ताव नहीं किया है। राज्य के वित्त मंत्री कनुभाई देसाई ने ने अपने बजट संबोधन में कई योजनाओं और परियोजनाओं की घोषणा की। उन्होंने बताया है कि राज्य सरकार ने बजट तैयार करते समय मूल में ज्ञान (GYAN) यानी गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति को रखा है।
पिछली बार से बड़ा बजट
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बजट पेश करते हुए देसाई ने सदन को बताया कि 3,32,465 करोड़ रुपये का बजट पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 10.44 प्रतिशत अधिक है। सरकार ने पिछले वित्त वर्ष में बजट व्यय 31,444 करोड़ रुपये का था। राज्य सरकार ने 146.72 करोड़ के अनुमानित अधिशेष के साथ बजट पेश किया है। उन्होंने बताया कि सरकार ने मोटर वाहन अधिनियम और स्टांप शुल्क के कुछ प्रावधानों को आसान बनाकर नागरिकों को 754 करोड़ रुपये की राहत देने का प्रस्ताव भी रखा है।
इन योजनाओं का ऐलान
गुजरात सरकार ने बजट में नमो लक्ष्मी योजना के तहत कक्षा नौंवी से 12वीं तक सरकारी, सहायता प्राप्त तथा निजी स्कूलों में पढ़ने वाली लड़कियों को उनकी शिक्षा के चार वर्षों में 50,000 रुपये दिए जाने का ऐलान किया है। इस कार्यक्रम के लिए बजट में 1,250 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। वहीं, नम: श्री योजना के तहत पिछड़े तथा गरीब वर्ग की गर्भवती महिलाओं को 12,000 रुपये की सहायता दी जाएगी। इसके लिए बजट में 750 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
ये नगर पालिका बनेंगी नगर निगम
बजट सत्र के संबोधन में वित्त मंत्री कनुभाई देसाई ने बताया कि सरकार ने सात नगर पालिकाओं नवसारी, गांधीधाम, मोरबी, वापी, आनंद, मेहसाणा और सुरेंद्रनगर-वधवान को नगर निगम में बदलने का फैसला किया है। इसके अलावा जन रक्षक’ योजना की भी घोषणा की, जिसमें पुलिस और दमकल कर्मी सहित सभी आपात सेवाओं से 112 नंबर डायल करके संपर्क किया जा सकता है।