गांधीनगर के निकाय चुनाव में बीजेपी ने जीतीं 44 में से 41 सीटें, कांग्रेस 2, AAP 1
GMC की कुल 44 सीटों में से बीजेपी ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि कांग्रेस को 2 और AAP को एक सीट मिली है।
अहमदाबाद: भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को गांधीनगर नगर निगम (GMC) में अपनी सत्ता बरकरार रखी और 2 अन्य नगर निकायों में जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस ने भगवा पार्टी से देवभूमि द्वारका जिले में भानवड नगरपालिका को छीन लिया। GMC में बीजेपी ने सुबह 9 बजे मतगणना शुरू होने के बाद से ही बढ़त बना ली थी और अंत में प्रतिद्धंद्वी कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़े अंतर से शिकस्त दी। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हाल में राज्य में अचानक मुख्यमंत्री समेत पूरी कैबिनेट को बदले जाने के बाद GMC चुनाव को भाजपा की परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा था।
बीजेपी को मिली शानदार जीत
बता दें कि बीजेपी ने इस साल फरवरी में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में भी जीत हासिल की थी। राज्य निर्वाचन आयुक्त (SEC) की ओर जारी अंतिम आंकड़ों के मुताबिक, GMC की कुल 44 सीटों में से बीजेपी ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि कांग्रेस को 2 और AAP को एक सीट मिली है। 3 अन्य नगर पालिकाओं, देवभूमि-द्वारका जिले के ओखा और भानवड और बनासकांठा जिले की थारा नगरपालिका के लिए भी मतगणना हुई। मतगणना के बाद एसईसी द्वारा जारी अंतिम आंकड़ों के मुताबिक, बीजेपी ने थारा की 24 में से 20 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि 4 सीटें कांग्रेस को मिली हैं।
भानवड में बीजेपी को लगा झटका
वहीं, बीजेपी ने ओखा नगरपालिका की 36 में से 34 सीटें जीत कर अपनी सत्ता बरकरार रखी जबकि शेष दो सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। हालांकि भानवड में बीजेपी को झटका लगा है जहां कांग्रेस ने 24 में से 16 सीटें जीतीं है और भगवा दल को सिर्फ 8 सीटें मिली हैं। भानवड पर बीजेपी का 1995 से कब्जा था। जीएमसी और तीन अन्य नगरपालिकाओं के लिए मतदान रविवार को हुआ था। इसके अलावा, विभिन्न अन्य स्थानीय निकायों की 104 रिक्त सीटों पर प्रतिनिधियों के चुनाव के लिए उपचुनाव भी उसी दिन हुए थे।
GMC में 161 उम्मीदवारों ने लड़ा चुनाव
गांधीनगर में कुल 2.8 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से 56.24 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। ओखा और भानवड में क्रमश: 55.07 और 62.27 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि थारा में 73.55 फीसदी वोट डाले गए। गांधीनगर में, पारंपरिक प्रतिद्वंद्वियों भाजपा और कांग्रेस के अलावा आप ने भी काफी जोर लगाया था। जीएमसी चुनाव में कुल 161 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 44 सीटों पर और आप ने 40 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
कोविड-19 के कारण स्थगित हुए थे चुनाव
2016 के जीएमसी चुनावों में, उस वक्त की 32 सीटों में से कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने 16-16 सीटें जीती थीं। तब दोनों पार्टियों के पास ड्रॉ के माध्यम से बोर्ड बनाने की समान संभावना थी लेकिन आखिरी समय में, कांग्रेस पार्षद प्रवीण पटेल ने पाला बदल लिया और बीजेपी को नगर निकाय में सत्ता में आने में मदद की। यह चुनाव इस साल अप्रैल में होने थे, लेकिन कोविड-19 के अधिक मामलों को देखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया था।