A
Hindi News गुजरात राजकोट टीआरपी गेम जोन अग्निकांड मामले में बड़ी कार्रवाई, चार सरकारी अधिकारी गिरफ्तार

राजकोट टीआरपी गेम जोन अग्निकांड मामले में बड़ी कार्रवाई, चार सरकारी अधिकारी गिरफ्तार

गुजरात में राजकोट पुलिस ने बृहस्पतिवार को टीआरपी गेम जोन में पिछले सप्ताह लगी भीषण आग के सिलसिले में एक नगर नियोजन अधिकारी (टीपीओ) सहित चार सरकारी अधिकारियों को गिरफ्तार किया। आग लगने से हुए हादसे में 27 लोगों की मौत हो गई थी।

टीआरपी गेम जोन अग्निकांड- India TV Hindi Image Source : PTI टीआरपी गेम जोन अग्निकांड

राजकोटः गुजरात में राजकोट पुलिस ने टीआरपी गेम जोन में 25 मई को लगी भीषण आग के सिलसिले में एक नगर नियोजन अधिकारी (टीपीओ) सहित चार सरकारी अधिकारियों को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया। आग लगने से हुए हादसे में 27 लोगों की मौत हो गई थी। एक अधिकारी ने बताया कि टीपीओ एम डी सागथिया, सहायक टीपीओ मुकेश मकवाना और गौतम जोशी और कलावड रोड अग्निशमन केंद्र के पूर्व स्टेशन अधिकारी रोहित विगोरा की गिरफ्तारी के साथ मामले में अब तक नौ लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

9 अधिकारियों को किया जा चुका है सस्पेंड

राज्य के पुलिस महानिदेशक विकास सहाय ने चार सरकारी अधिकारियों को गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, इस घटना के संबंध में नौ अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। इन अधिकारियों पर ‘‘आवश्यक मंजूरी के बिना गेम जोन को संचालित करने की अनुमति देने में घोर लापरवाही बरतने’’ का आरोप है। इनमें जोशी, विगोरा, राजकोट के मुख्य अग्निशमन अधिकारी आई वी खेर, उप मुख्य अग्निशमन अधिकारी बी जे थेबा, राजकोट नगर निगम में नगर नियोजन विभाग के सहायक अभियंता जयदीप चौधरी, सड़क एवं भवन विभाग के उप कार्यकारी अभियंता एम आर सुमा और पारस कोठिया और पुलिस निरीक्षक वीआर पटेल एवं एनआई राठौड़ शामिल हैं।

एसआईटी ने की पूर्व अग्निशमन प्रमुख खेर से पूछताछ

सूत्रों ने बताया कि इस घटना की जांच के लिए गुजरात सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुभाष त्रिवेदी ने गांधीनगर स्थित राज्य पुलिस मुख्यालय में पूर्व अग्निशमन प्रमुख खेर से करीब तीन घंटे तक पूछताछ की। खेर ने पूर्व में खुलासा किया था कि ‘गेम जोन’ को अग्नि संबंधी अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के बिना संचालित किया जा रहा था, क्योंकि प्रबंधन ने इसके लिए कभी आवेदन ही नहीं किया था।

9 लोग किए जा चुके हैं अरेस्ट

बता दें कि आग लगने से हुए हादसे में 27 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में ज्यादातर बच्चे थे। इस मामले में अब तक कम से कम नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले की जांच एसआईटी कर रही है।

(भाषा इनपुट के साथ)