गुजरात के जूनागढ़ में फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया गया, जिसमें महिलाएं समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया। ये कॉल सेंटर अमेरिकी नागरिकों को धोखा देने के मकसद से चलाए जा रहे थे। इसमें 9 नागालैंड और एक मणिपुर के आरोपी को पकड़ा गया है। अवैध कॉल सेंटर की जांच में तीन लाख रुपये नकद और 8.50 लाख रुपये मूल्य की वस्तुएं जब्त की गईं। अधिकारियों ने शुक्रवार को मामले की जानकारी दी और बताया कि गुरुवार को आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई।
पूछताछ में ये नाम आए सामने
शुरुआती पूछताछ में अहमदाबाद निवासी लखतर, सुरेंद्रनगर ताली के हरजीत सिंह और इंद्रजीत सिंह, तवी के जयाल पटेल, लखतर के दिग्विजय सिंह और महाराष्ट्र के ठाणे पश्चिम के ईशा रंजीत व्यास की संलिप्तता का पता चला। विशेष रूप से इंद्रजीत सिंह राणा जूनागढ़ के सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक महावीर सिंह राणा की संतान हैं।
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लैपटॉप, मोबाइल और आईपैड जब्त
भ्रामक ऑपरेशनों का मुख्यालय अहमदाबाद में था और लक्ष्मीनगर क्षेत्र में स्थित ईशान प्लैटिनम के फ्लैट नंबर- 601 से इसे संचालित किया जा रहा था। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने कई लैपटॉप, मोबाइल फोन और एक आईपैड जब्त किया। दस में से पांच महिलाएं थीं। अधिकारियों ने कहा कि उनका संचालन मुख्य रूप से संदिग्ध अमेरिकी व्यक्तियों को धोखा देने पर केंद्रित था।
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