गुजरात एक तरफ जहां बारिश और बाढ़ की मार झेल रहा है। वहीं दूसरी तरफ चक्रवाती तूफान असना का भी खतरा मंडरा रहा था। हालांकि अब गुजरात के असना तूफान से राहत मिल गई है। दरअसल गुजरात के कच्छ तट पर चक्रवाती तूफान "असना" कोई बड़ा प्रभाव डाले बिना अरब सागर में ओमान की ओर बढ़ गया है। अरब सागर में डीप डिप्रेशन की वजह से तैयार हुए इस चक्रवात को लेकर यह अनुमान जताया जा रहा था कि गुजरात में इसका ज्यादा असर देखने को मिल सकता है। हालांकि चक्रवाती तूफान असना के रास्ता बदल लेने के बाद फिलहाल गुजरात तूफान के खतरे से बाहर निकल चुका है।
चक्रवाती तूफान "असना" के कहर से बचा गुजरात
बता दें कि पिछले कुछ दिनों में जिस तरह से तेज बारिश और बाढ़ का कहर गुजरात के उपर बरपा है, उस कारण कई गांव जलमग्न हो चुके हैं। राज्य में एनडीआरएफ से लेकर नेवी तक की टीम अलग-अलग हिस्सों में तैनात की गई है, ताकि आम जनजीवन को कोई नुकसान ना हो। इसके बावजूद अब तक गुजरात में बाढ़ और बारिश से कुल मिलाकर लगभग 30 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। बता दें कि गुजरात में आई बाढ़ के कारण हजारों लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर विस्थापित करना पड़ा है। बीते दिनों सीएम भूपेंद्र पटेल ने द्वारका का दौरा किया था।
अधिकारियों ने जारी की थी चेतावनी
इससे पहले असना चक्रवात को लेकर अधिकारियों ने झोपड़ियों और अस्थायी घरों में रह रहे लोगों को स्कूलों, मंदिरों या अन्य इमारतों में आश्रय लेने को कहा था। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद, कच्छ के जिलाधिकारी ने एक वीडियो संदेश जारी कर अबडासा, मांडवी और लखपत तालुका में रह रहे लोगों से अपनी झोपड़ियों और कच्चे घरों को छोड़कर किसी स्कूल या अन्य इमारतों में शरण लेने के लिए कहा। उन्होंने स्थानीय लोगों से, शुक्रवार शाम तक के लिए ऐसे गरीब वर्ग के लोगों को अपने घरों में शरण देने के लिए आगे आने की अपील की थी।