बिहार के बाद इस राज्य में जाएंगे बाबा बागेश्वर , जानें किस शहर में लगेगा 'दिव्य दरबार'
बाबा बागेश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों बिहार में हैं। उनके दरबार में दूर दूर से लोग पहुंच रहे हैं।
अहमदाबाद : बिहार में लोगों के बीच कौतूहल बने बाबा बागेश्वर गुजरात भी जाएंगे। जानकारी के मुताबिक गुजरात के सूरत शहर में 26 और 27 मई को उनका 'दिव्य दरबार' लगेगा। बाबा बागेश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों बिहार में हैं और वहीं उनका दिव्य दरबार सजा है।
पुरषोत्तम पियरिया ने दिया चैलेंज
उधर, गुजरात आने से पहले राजकोट के सहकारी क्षेत्र के अग्रणि पुरषोत्तम पियरिया ने बाबा बागेश्वर को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि अगर वे यह बता सकें कि गुजरात में किसके इशारे पर और कहां से ड्रग्स आ रहे हैं तो उन्हें 5 लाख का इनाम देंगे।
बिहार में पिछले तीन दिनों से लगातार बागेश्वर बाबा को सुनने के लिए लोग दूर-दूर इलाकों से यहां पहुंच रहे हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं भी बाबा बागेश्वर के दरबार में पहुंच रही है। इसी बीच बाबा बागेश्वर ने बिहार में भी अपने हिंदू राष्ट्र के एजेंडे को दोहराया है। बाबा बागेश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि बिहार से ही हमारा हिंदू राष्ट्र वाला संकल्प पूरा होगा। उन्होंने कहा कि बिहार के 13 करोड़ लोगों में से 5 करोड़ जिस दिन तिलक लगाकर चलने लगेंगे उस दिन ही देश हिंदू राष्ट्र की ओर बढ़ जाएगा
बिहार में गरमाई सियासत
उधर, बाबा के आगमन के बाद बिहार की सियासत भी गरमा गई है। तेज प्रताप ने कहा कि बाबा ने पूरे बिहारियों को पागल बताया। उनको इस तरह के बयान से बचना चाहिए। तेज प्रताप ने कहा कि देश को तोड़ने की राजनीति हो रही है। तेज प्रताप ने कहा कि असली बाबा तो देवराहा बाबा थे। हमलोग उन्हीं को मानते हैं,वो 400 साल जिंदा रहे, उन्हीं की वजह से हमारा जन्म हआ है। किसी और बाबा..आबा..टाबा को हम नहीं जानते हैं।
बिहार में कृष्ण राज है-तेज प्रताप
तेज प्रताप ने कहा कि जो कार्यक्रम चल रहा है उसमें कितने लोग बीमार हो रहे हैं। आयोजकों ने जो इंतजाम किया है वो आप देख रहे हैं। तेज प्रताप ने कहा- बिहार में कृष्ण राज है महागठबंधन का राज है, भगवान श्री कृष्ण 16 कलाओं से पूर्ण थे और राम जी 14 कला में ही पूर्ण थे। हम लोग भगवान श्री कृष्ण के वशंज हैं। इसलिए उनको ऐसे बयान से बचना चाहिए। तेज प्रताप ने कहा कि हनुमान जी भगवान श्री कृष्ण के छतरी पर थे। महाभारत जब चल रहा था तो हनुमान जी भी थे ऊपर वहीं पर।