गुजरात स्थानीय निकाय चुनाव: ओवैसी की AIMIM ने BTP से मिलाया हाथ, बीजेपी-कांग्रेस की बढ़ेंगी मुश्किल
गुजरात में भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) और असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलिमीन (एआईएमआईएम) पार्टी के बीच गठबंधन हो गया है।
अहमदाबाद। गुजरात में भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) और असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलिमीन (एआईएमआईएम) पार्टी के बीच गठबंधन हो गया है। यह जानकारी बीपीटी विधायक छोटूभाई वासवा ने शनिवार को ट्वीट करके दी। बता दें कि, वसावा इससे पहले जेडीयू में भी रह चुके हैं। गुजरात में आगामी स्थानीय चुनाव को लेकर सभी छोटी-बड़ी पार्टियों ने अभी से चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है। फरवरी-मार्च में जिला पंचायत और तहसील पंचायतों के चुनाव होने हैं।
बीटीपी और AIMIM के गठबंधन की घोषणा करते हुए छोटू वसावा ने एक ट्वीट करते हुए लिखा है- 'गुजरात में आने वाले चुनावों में BTP और AIMIM मिलकर चुनाव लड़ेंगी और संविधान बचाने का काम करेंगी।' इस ट्वीट में वसावा ने वीडियो भी जारी किया है जिसमें वे अपनी पार्टी के गठबंधन और आगामी रणनीति के बारे में बता रहे हैं।
ओवैसी ने रीट्वीट करते हुए किया स्वागत
छोटू वसावा के इस ट्वीट का ओवैसी ने भी रीट्वीट करते हुए स्वागत किया है। दिलचस्प बात ये है कि राजस्थान में BTP का समर्थन कांग्रेस के साथ था जिसे BTP द्वारा वापस ले लिया गया है। इसके बाद BTP ने AIMIM के साथ गठबंधन की घोषणा की है जो अन्य राज्यों में भी लागू होगा। वसावा ने कहा कि बिहार चुनावों में AIMIM की पांच सीटें आई हैं। गुजरात में उनके साथ गठबंधन से हमारी सीटों में वृद्धि होगी। वसावा ने कहा कि हमारी कोशिश भाजपा और कांग्रेस दोनों को हराने की है। अबतक बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां सत्ता में रही हैं, उसमें जनता और हम दोनों ही खुश नहीं हैं तो ऐसे लोगों के साथ गठबंधन रखने का क्या फायदा है।
संविधान को बचाने के लिए एक साथ आएं: छोटूभाई वसावा
गुजरात के जहागड़िया से विधायक छोटूभाई वासवा ने कहा कि बीटीपी और एआईएमाईएम संविधान को बचाने के लिए एक साथ आएं हैं। जेडीयू में रह चुके छोटूभाई वासवा अब एआईएमआईएम के साथ मिल कर बीजेपी और कांग्रेस को चुनौती देंगे। वासवा ने कहा कि लोगों के बेहतर भविष्य के लिए कांग्रेस और बीजेपी दोनों को हटाने के लिए इन दोनों दलों को साथ काम करना होगा। राजस्थान का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि बीटीपी को राजस्थान में धोखा मिला है। क्योंकि, बीजेपी और कांग्रेस के एक साथ आ जाने से बीटीपी सत्ता से दूर हो गयी। उन्होंने ये भी कहा कि गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए ओवैसी को भी बुलाया जाएगा।
मालूम हो कि नये साल की पहली तिमाही (फरवरी-मार्च) में गुजरात में 6 नगर निगमों, 31 जिला पंचायत, 231 तहसील पंचायत और 51 नगरपालिका के चुनाव कराये जाने की संभावना है। इन्ही चुनावों को मद्देनजर रखते हुए दोनों पार्टियां चुनावी मैदान में एक साथ आ गई हैं। ऐसा माना जा रहा है ये गठबंधन कई बड़ी पार्टियों के गणित को खराब कर सकता है। ये चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस चुनाव के साथ ओवैसी की पार्टी AIMIM की एंट्री गुजरात में होने वाली है।
बता दें कि, गुजरात विधानसभा में बीटीपी के दो विधायक हैं। इनमें से एक छोटूभाई वासवा हैं, तो दूसरा उनका बेटा है। इसके अलावा राजस्थान में भी बीटीपी के दो विधायक हैं। एआईएमआईएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर राजस्थान में बीटीपी को समर्थन की पेशकश की थी।