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Hindi News गुजरात मोरबी के ऐतिहासिक 'मणि मंदिर' में अवैध रूप से 'दरगाह' बनाने को लेकर दी गई अर्जी

मोरबी के ऐतिहासिक 'मणि मंदिर' में अवैध रूप से 'दरगाह' बनाने को लेकर दी गई अर्जी

2001 में भूकंप के बाद इस मणि मंदिर के रखरखाव और मेंटेनेंस के लिए मोरबी स्टेट के राजा माताश्री को हेन्डओवर किया गया था और आज भी इस ऐतिहासिक स्मारक के मालिकाना हक गुजरात सरकार का है। इस मणि मंदिर के बाजू में एक छोटी सी दरगाह अवैध रूप से बिना परमिशन के स्थानीय लोगों द्वारा बना दी गई है।

मोरबी के ऐतिहासिक 'मणि मंदिर' में अवैध रूप से 'दरगाह' बनाने को लेकर दी गई अर्जी- India TV Hindi Image Source : FACEBOOK मोरबी के ऐतिहासिक 'मणि मंदिर' में अवैध रूप से 'दरगाह' बनाने को लेकर दी गई अर्जी

Highlights

  • मोरबी में हेरिटेज मणि मंदिर के बगल में बनी अवैध मस्जिद को हटाने की मांग

मोरबी के ऐतिहासिक मणि मंदिर में अवैध रूप से दरगाह बनाने के मामले में मोरबी स्थित हेरिटेज बचाओ संघर्ष समिति द्वारा कलेक्टर को अर्जी दी गई है, जिसमें मांग की गई है कि इस अवैध रूप से बनाई गई दरगाह को लेकर एक्शन लिया जाए। गौरतलब है कि मोरबी का मणि मंदिर 100 साल से भी पुराना स्मारक है, जिसे गुजरात के ऐतिहासिक अद्भुत स्मारक के तौर पर जाना जाता है, जो कि मोरबी और गुजरात दोनों के लिए गौरव की बात है। मोरबी में हेरिटेज मणि मंदिर के बगल में बनी अवैध दरगाह को हटाने की मांग की गई है। सरकार द्वारा मोरबी के शाही परिवार को टोकन पर दिए गए मणि मंदिर में शर्तों के उल्लंघन की भी बात कही गई है। सरकार द्वारा मणि मंदिर को शाही परिवार से वापस लेने की भी मांग की गई है।

2001 में भूकंप के बाद इस मणि मंदिर के रखरखाव और मेंटेनेंस के लिए मोरबी स्टेट के राजा माताश्री को हेन्डओवर किया गया था और आज भी इस ऐतिहासिक स्मारक के मालिकाना हक गुजरात सरकार का है। इस मणि मंदिर के बाजू में एक छोटी सी दरगाह अवैध रूप से बिना परमिशन के स्थानीय लोगों द्वारा बना दी गई है, लेकिन पिछले 3 महीने से इस दरगाह के लिए बड़े पैमाने पर 2 से 3 फ्लोर का गैरकानूनी कंस्ट्रक्शन चालू किया गया है और आज भी इस कंस्ट्रक्शन का काम चालू है। 

स्थानीय प्रशासन को इस गैरकानूनी कंस्ट्रक्शन को बंद करवाने के लिए कई बार रिक्वेस्ट की गई है लेकिन अफसरों की तरफ से कोई भी एक्शन नहीं लिया गया है और काम अभी भी चालू ही है। गुजरात के इस ऐतिहासिक स्मारक के कंपाउंड में और स्मारक की दिवार से दिवार गैरकानूनी रूप से बनाई गई, ये दरगाह जो कि अवैध रूप से मणि मंदिर की जगह हथियाने के हेतु से बनाई गई है उसका कंस्ट्रक्शन बिना किसी परमिशन के किया गया है, उसे तत्कालीन रूप से हटाने और वहां से सभी गैर क़ानूनी रूप से बनी सभी चीजों को हटाने हेतु ये अर्जी की गई है। 

इस अर्जी के अनुसार, अवैध रूप से बन रही इस दरगाह के कारण मोरबी के नागरिको की भावनाओं को ठेस पहुँच रही है। माना जा रहा है कि ये प्रॉपर्टी करीब 100 साल पुरानी है और इस प्रॉपर्टी पर अगर किसी भी तरह का सुधार या वृद्धि करने के लिए आर्कियोलोजिकल विभाग की मंजूरी लेकर सर्वेयर से सर्वे रिपोर्ट बनवाकर की जानी चाहिए और अगर प्रॉपर्टी को किसी भी तरह का कोई नुकसान होता है तो उसके लिए नुकसानकर्ता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। इस बात को अर्जी में दर्ज करते हुए कलेक्टर से सर्वे करवाने और अगर नुक्सान हुआ है या गैर कानूनी रूप से कंस्ट्रक्शन हुआ है तो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने हेतु अर्जी कर्ता ने रिक्वेस्ट की है। काजल हिंदुस्तानी के नेतृत्व में हिंदू संगठनों द्वारा मोरबी कलेक्टर को आवेदन भी सौंपा गया है।