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गुजरात के सभी सरकारी स्कूलों में अब पहली कक्षा से ही शुरू होगी अंग्रेजी की पढ़ाई

राज्य के शिक्षामंत्री जीतू वघानी ने कहा, हमने अंग्रेजी माध्यम को छोड़ सभी स्कूलों में पहली कक्षा से अंग्रेजी की पढ़ाई शुरू करने का फैसला किया है।

Gujarat, Gujarat Government Schools, Gujarat Government Schools English- India TV Hindi Image Source : TWITTER.COM/JITU_VAGHANI Gujarat Education Minister Jitu Vaghani.

Highlights

  • राज्य के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी ने कहा, पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को भाषा की मौलिक जानकारी दी जाएगी।
  • हम चाहते हैं कि विद्यार्थी विषय से सहज हो और सुनने और बोलने की कुशलता विकसित करें: जीतू वघानी
  • जीतू वघानी ने कहा कि कोई पाठ्यपुस्तक नहीं होगी और केवल शिक्षकों को निर्देशन सामग्री मिलेगी।

गांधीनगर: गुजरात सरकार ने गुरुवार को कहा कि आगामी साल में पहली कक्षा से ही अंग्रेजी की पढ़ाई शुरू की जाएगी ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि गुजराती और गैर अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों के विद्यार्थी इस भाषा से अधिक परिचित हो और उन्हें भविष्य में मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ा। मौजूदा समय में राज्य शिक्षा विभाग से जुड़े गुजराती, हिंदी, मराठी, उर्दू और तमिल माध्यम के स्कूलों में चौथी कक्षा से अंग्रेजी की पढ़ाई शुरू होती है।

‘हमने अंग्रेजी की पढ़ाई शुरू करने का फैसला किया है’
राज्य के शिक्षामंत्री जीतू वघानी ने विधानसभा में कहा, ‘हमने अंग्रेजी माध्यम को छोड़ सभी स्कूलों में पहली कक्षा से अंग्रेजी की पढ़ाई शुरू करने का फैसला किया है। पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को भाषा की मौलिक जानकारी दी जाएगी। हम चाहते हैं कि विद्यार्थी विषय से सहज हो और सुनने और बोलने की कुशलता विकसित करें।’ उन्होंने कहा कि कोई पाठ्यपुस्तक नहीं होगी और केवल शिक्षकों को निर्देशन सामग्री मिलेगी।


‘विद्यार्थियों को सहज बनाने के लिए लिया गया फैसला’
सदन की कार्यवाही के बाद वघानी ने कहा कि यह फैसला नयी शिक्षा नीति में दिए गए सुझाव के अनुरूप विद्यार्थियों को शुरुआत से ही मूल अंग्रेजी के प्रति सहज बनाने के लिए लिया गया है। उन्होंने कहा कि नयी नीति में विद्यार्थियों को एक से अधिक भाषा की जानकारी देने पर जोर दिया गया है। मंत्री ने जोर देकर कहा कि अंग्रेजी को केवल विषय के रूप में शामिल किया जा रहा है और निर्देशन का माध्यम अंग्रेजी नहीं किया गया है।

‘भाषा के सुनने, बोलने और लिखने का पहलू होगा’
वघानी ने कहा, ‘कक्षा 3 से अंग्रेजी को पूर्ण विषय के तौर पर सभी गैर अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शुरू किया जाएगा। केंद्र में भाषा के सुनने, बोलने और लिखने का पहलू होगा।’ एक अन्य फैसले के तहत राज्य का शिक्षा विभाग छठी से आठवीं की कक्षाओं के लिए गणित और विज्ञान की किताबों को 2 भाषा में प्रकाशित करेगा। इस प्रणाली के तहत एक ही किताब में पठन सामग्री गुजराती और अंग्रेजी में होगी।