पावागढ़: गुजरात के पावागढ़ में एक रोपवे पर 40 से ज्यादा यात्रियों की जान आधे घंटे तक अटकी रही। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पावागढ़ में प्रतिष्ठित कालिका माता मंदिर को जोड़ने वाले हवाई रोपवे से एक केबल उखड़ गई, इससे 40 से अधिक यात्री 763 मीटर की ऊंचाई पर 30 मिनट से भी ज्यादा समय तक 10 केबिनों में फंसे रह गए। शुक्रवार शाम को हुई इस घटना से काफी हड़कंप मच गया था। गनीमत यह रही कि किसी को भी चोट नहीं लगी और सभी लोग सकुशल रेस्क्यू कर लिए गए। घटना के बाद जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
शाम को रोपवे बंद होने के कुछ ही समय पहले हुआ यह हादसा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह दुर्घटना रात 8 बजे के रोपवे के बंद होने के समय के कुछ देर पहले ही हुई। उषा ब्रेको कंपनी द्वारा 'उड़न खटोला' नाम से चलाई जाने वाली हवाई रोपवे की ट्रैक रस्सी कन्वेयर से अलग हो गई। इस घटना के कारण यात्री हवा में फंसे रह गए और उनके केबिन खतरनाक रूप से लटक गए। यात्रियों की सुरक्षा के लिए तुरंत एक बचाव अभियान चलाने की कोशिशें तेज कर दी गईं। साथ ही कंपनी ने स्थिति से निपटने के लिए मरम्मत और बहाली की कोशिशें भी शुरू कर दीं।
यात्रियों को निकालने के लिए हुआ रस्सियों और सीढ़ियों का इस्तेमाल पुलिस और फायर ब्रिगेड समेत स्थानीय अधिकारी हरकत में आए और फंसे हुए यात्रियों को निकालने के लिए रस्सियों और सीढ़ियों का इस्तेमाल किया। निकासी अभियान में 30 मिनट से ज्यादा का समय लग गया, और अंत में सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। प्रारंभिक अटकलें घटना के संभावित कारक के रूप में तेज़ हवाओं की ओर इशारा करती हैं। फिलहाल मामले की जांच चल रही है। एहतियात के तौर पर मरम्मत के लिए रोपवे को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इस घटना ने एक बार फिर पावागढ़ में रोपवे सिस्टम की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं।