सूरत। गुजरात के सूरत शहर में दो प्राथमिक स्कूलों और एक कॉलेज में 20 छात्र कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं। इसके बाद शिक्षण संस्थानों को दो हफ्तों के लिए बंद कर दिया गया है। एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि सूरत में शैक्षिक संस्थान इस साल फरवरी में ही खुले हैं और अब तक शहर में 118 छात्र और शिक्षक कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पिछले साल मार्च में स्कूलों समेत सभी शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया था।
सूरत नगर निगम (एसएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि सीडी बर्फीवाला कॉलेज में 10 छात्र कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं जिसके बाद निगम ने कॉलेज को 14 दिन के लिए बंद करने का निर्णय किया है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा, एक प्राथमिक विद्यालय के छह छात्र और अन्य स्कूल के चार छात्र शनिवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। इसके बाद दोनों स्कूलों को 14 दिन तक बंद रखने को कहा गया है। उपायुक्त (स्वास्थ्य) डॉ आशीष नाइक ने कहा कि शहर में अब तक विभिन्न शिक्षण संस्थानों के 118 छात्र व शिक्षक संक्रमित पाए गए हैं।
कोरोना वायरस के 76.93% सक्रिय मामले महाराष्ट्र, केरल और पंजाब से- स्वास्थ्य मंत्रालय
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने रविवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस के 76.93% सक्रिय मामले महाराष्ट्र, केरल और पंजाब से हैं। भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 25,320 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,13,59,048 हुई। 161 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,58,607 हो गई है। देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या अब 2,10,544 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,09,89,897 है। देश में कुल 2,97,38,409 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई गई है।
कोरोना की नई लहर की चपेट में भारत?
विशेषज्ञों का भी मानना है कि लापरवाही के कारण ही देश में कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। शारीरिक दूरी और मास्क लगाने जैसे एहतियाती उपायों का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि हो सकता है कि नई लहर न आई हो। हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि अधिक से अधिक संख्या में लोगों का टीकाकरण कर और कोविड-19 के दिशानिर्देशों का पालन कर बढ़ते कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जा सकता है।