'सोन परी' की रहस्यमी दुनिया से 'शाकालाका बूम बूम' की जादुई पेंसिल तक, ये सीरियल्स भी थे खूब फेमस
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कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया थम गई है। अगर फिल्म इंडस्ट्री की बात करें तो ना सिर्फ फिल्मों की रिलीज डेट टाली जा रही हैं, बल्कि शूटिंग तक नहीं हो पा रही है। ऐसे में टीवी पर एक बार फिर पुराने सीरियल्स लौट आए हैं। दूरदर्शन रामायण, महाभारत और शक्तिमान जैसे ऐतिहासिक धारावाहिक फिर से प्रसारित कर रहा है, जबकि कलर्स और सोनी जैसे चैनल्स पर भी हिट शोज (नागिन, बिग बॉस 13, बालिका वधु, सीआईडी सहित कई सीरियल) दिखाए जा रहे हैं। हालांकि, अगर आप 90 के दशक के किड हैं तो आप भी कहीं ना कहीं सोन परी की फ्रूटी और शाकालाका बूम बूम के संजू को जरूर याद कर रहे हैं। आइये एक बार फिर उस दौर की यादें ताजा करते हैं...
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सोन परी सोन परी सीरियल की सबसे खास बात इसके विजुअल्स और ग्राफिक्स थे। इसमें दिखाया गया था कि एक परी (सोना) धरती पर आती है और उसे एक बच्ची (फ्रूटी) से लगाव हो जाता है। फिर रहस्य और रोमांच का एक नया अध्याय आरम्भ होता है। ये शो बहुत ज्यादा हिट हुआ था। बच्चों के बीच 'इत्तू बित्तू जिम पतूता' डायलॉग भी खूब फेमस हुआ था।
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शाकालाका बूम बूम इस सीरियल में दिखाया गया था कि एक लड़के (संजू) को एक जादूई पेंसिल मिल जाती है, जिससे कुछ भी ड्रॉइंग बनाने पर वो चीज रियल हो जाती थी। कुछ लोग संजू से पेंसिल छीनने की फिराक में रहते हैं, लेकिन वो उसे कैसे बचाता है, ये देखना वाकई में इंट्रेस्टिंग है। इस शो को लेकर बच्चों के बीच इस कदर क्रेज था कि मार्केट में हुबहू संजू की पेंसिल खूब बिकने लगी थी। बच्चे संजू की तरह हेयर कटिंग कराने की जिद भी करते थे।
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करिश्मा का करिश्मा ये सीरियल एक अमेरिकन टीवी शो का रीमेक था। इसमें एक ऐसे रोबोट को दिखाया गया था, जिसे हर कोई इंसान समझता था। इसमें कॉमेडी के जरिए परिवार की इमोशनल भावनाओं को अच्छी तरह से पेश किया गया था। कैसे एक परिवार उस रोबोट को अपनी बच्ची मान लेता है और समाज की नजरों से बचाकर रखता है।
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शरारत इस सीरियल में एक परिवार की तीन पीढ़ी की महिलाओं को जादू करने की शक्ति प्राप्त होती है। वे अपनी रोजमर्रा की परेशानियों को दूर करने और हंसी-मजाक के लिए अपनी सुपर नैचुलर पावर का इस्तेमाल करती हैं।
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विकराल और गबलाल इसमें सुपरहीरो विकराल और छोटे गबराल को दिखाया गया था, जो शैतानों से लड़ते हैं और इंसानों की जान बचाने के लिए शैतानों को पकड़ने हैं। इसमें राहील आजम और के. के. गोस्वामी ने लीड रोल निभाया था।