जानें नीलगाय के बारे में 9 रोचक बातें

  • नीलगाय इन दिनों सुर्ख़ियों में है। बिहार में इनको मारे जाने के बाद दो केंद्रीय मंत्री, मेनका गांधी और प्रकाश जावड़ेकर में ज़बरदस्त ठन गई है। आपको बता दें कि मेनका गांधी पशु संरक्षण के लिए जानी जाती हैं। नीलगाय ऐसा जानवर है जो भारत के कई हिस्सों में पाया जाता है। नर गाय का रंग नीला होता है इसलिए इसे नीलगाय कहते हैं। हम आपको बताने जा रहे हैं इस प्राणी के बारे में 8 रोचक बातें।

  • धोड़े की तरह दिखने वाला नीलगाय एक बड़ा ताक़तवर जानवर है। इसेक शरीर की बनावट भले ही घोड़े के समान हो लेकिन शरीरी घोड़े की तरह तराशा हुा नही होता यानी घोड़े की तरह ये सुंदर नहीं दिखता।

  • घोड़े को जहां भागते जहां देखना बहुत सुंदर लगता है वहीं नीलगाय भागते समय अटपटा लगता है और रफ़्तार भी कम होती है। इसकी वजह ये है कि इसके शरीर का पिछला हिस्सा अगले हिस्से से कम ऊंचा होता है।

  • स्थूल शरीर होने की वजह से नीलगाय बाघ और तेंदुए का आसानी शिकार बन जाता है। हालंकि बड़ा नर नीलगाय बाघ के कभी-कभी छक्के छुड़ा देता है।

  • ऊंट की तरह नीलगाय भी बिना पानी पिए बहुत दिनों तक रह सकता है।

  • नीलगाय के आगे के पैर पिछले पैरों की तुलना में अधिक लंबे और मज़बूत होते हैं।

  • नर नीलगाय की गर्दन पर सफेद बालों का एक लंबा और घना गुच्छा रहता है और उसके पैरों पर घुटनों के नीचे एक सफेद पट्टी होती है।

  • नीलगाय की सूंघने और देखने की शक्ति तो अच्छी है लेकिन उसे सुनाई कम देता है।

  • नीलगाय ज़्यादातर मैदान और पठारी इलाकों में रहता है यानी घने जंगलों में नहीं जाता। हर नर नीलगाय के पास कम-से-कम दो मादा नीलगाएं होती हैं।

  • नीलगाय बहुत कम आवाज करती है, लेकिन मादा कभी-कभी भैंस के समान रंभाती है।