Fact Check: बांग्लादेशी रोहिंग्या का बॉर्डर पार कर पश्चिम बंगाल में घुसने का वीडियो हो रहा वायरल, जानें क्या है इसकी सच्चाई
सोशल मीडिया पर रोहिंग्या का बॉर्डर पार कर पश्चिम बंगाल में घुसने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसकी जांच पड़ताल करने पर हमें पता लगा कि वायरल हो रहा वीडियो आज का नहीं है।
INDIA TV Fact Check: सोशल मीडिया ने हमें चारों से घेर रखा है, आजकल खबरें सबसे पहले सोशल मीडिया पर तेजी से सर्कुलेट होती है। लेकिन, उस खबर की सच्चाई के बारे में पता करना थोड़ा मुश्किल है, जिस आम लोग आसानी ने नहीं पकड़ पाते और फर्जी खबरों को शिकार बन जाते हैं। इसलिए इंडिया टीवी आपके लिए ऐसी खबर का फैक्ट चेक करता है। ऐसे ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा कि हाल में ही बांग्लादेशी रोहिंग्या का बॉर्डर पार कर पश्चिम बंगाल में घुस रहे हैं। इस वीडियो के बारे में पता चलते ही इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ने इसकी जांच पड़ताल शुरू की।
क्या किया गया दावा?
सोशल मीडिया एक्स पर एक यूजर ने दावा किया कि बांग्लादेशी रोहिंग्या अवैध तरीके से बॉर्डर पर कर देश में घुस रहे हैं। यूजर ने ये वीडियो 11 फरवरी 2024 को शेयर किया, जिसे अबतक करीब 29 हजार लोग देख चुके हैं। इसके बाद इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ने इस वीडियो की जांच पड़ताल शुरू की।
पड़ताल में क्या मिला?
इंडिया टीवी की फैक्ट चेक में हमें मिला कि ये दावा गलत है। हमने इस वीडियो का स्क्रीनशॉट गूगल पर डाला तो हमें ढेर सारे लिंक मिले, जिसमें से एक 2015 का लिंक मिला। ये लिंक एक यूट्यूब चैनल का है, जो बिश्वजीत सरकार के नाम का है। विश्वजीत ने डिस्क्रिपशन में बंगाली में लिखा, 'इस वीडियो में बांग्लादेश से सीमा पार कर भारत आने वाले भाटिया मुसलमान हैं, जो काम के सिलसिले में भारत आते हैं और भारत के अलग-अलग राज्यों में काम करने जाते है। इनमें से कई स्थाई रूप से भारत में ही रहते हैं। उक्त मिलन मेले में लोगों की भीड़ अधिक होने तथा क्षेत्रफल बड़ा होने के कारण वे बीएसएफ की आंखों में धूल झोंक कर भारत में प्रवेश कर रहे हैं।'
इसके डिस्क्रिपशन के मुताबिक, वीडियो 15 अप्रैल 2015 को पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर में मिलन मेले का लिया गया था। इस वीडियो को बिश्वजीत सरकार 21 मई 2015 में पब्लिश किया था। यानी कि ये वीडियो काफी पुराना है और ये आज के संदर्भ में भ्रामक है।
मिलन मेले के बारे में बता दें कि मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, मिलन मेला एक वार्षिक मेला है जहां भारत और बांग्लादेश के लोग चैत्र संक्रांति के अवसर पर उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं।
क्या निकला निष्कर्ष?
हमने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो काफी पुराना है, इस वीडियो का आज यानी 2024 के संदर्भ में भ्रामक है।
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