सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म में कई तरह के वीडियो और फोटो वायरल होते हैं। इनमें से कई फोटो और वीडियो गलत दावों के साथ अपलोड किए जाते हैं। इन वीडियो में जो कैप्शन लिखा होता या जानकारी दी गई होती है, वह गलत होती है। ऐसे ही गलत दावों वाली पोस्ट को लोग सच मान लेते हैं। इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ऐसे भ्रामक और गलत दावों वाले वीडियो और फोटो वाली पोस्ट की सत्यता की जांच करती है।
क्या हो रहा है वायरल?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पीएम मोदी के रूस दौरे को लेकर गलत जानकारी शेयर की जा रही है। जैसा कि पीएम मोदी इसी महीने 22 से 23 अक्टूबर तक रूस के कज़ान शहर में आयोजित ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने गए थे। इसी दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपलोड किया गया है। एक्स पर Raza graphy (Parody) नाम के अकाउंट ने ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल वैश्विक नेताओं के ग्रुप फोटो के दौरान का वीडियो अपलोड किया है। इसके साथ ही उसने एक कैप्शन लिख कर दावा किया कि ग्रुप फोटो खिंचाने के लिए पीएम मोदी को नहीं बुलाया गया।
Image Source : Social Media गलत दावे के साथ किया गया पोस्ट
INDIA TV की फैक्ट चेक टीम ने की पड़ताल
इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ने इस वीडियो के सत्यता की जांच की है। फैक्ट चेक टीम ने पाया कि वायरल वीडियो ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का है। इसे 24 अक्टूबर को शूट किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिन पहले ही भारत के लिए रवाना हो गए थे। वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर न्यूज एजेंसी ANI के आधिकारिक X अकाउंट पर 24 अक्टूबर को किया गया एक पोस्ट मिला। एएनआई के इस पोस्ट में लिखा गया, "रूस: विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर ब्रिक्स प्लस प्रारूप में 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में कज़ान एक्सपो अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी केंद्र में प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों के साथ।
Image Source : ANIब्रिक्स सम्मेलन में शामिल प्रतिनिधमंडल
ब्रिक्स-प्लस प्रारूप में 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र में स्वतंत्र राष्ट्रों के राष्ट्रमंडल के नेताओं के साथ-साथ एशिया, अफ्रीका, मध्य पूर्व, लैटिन अमेरिका और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधिमंडलों ने भाग लिया था।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 24 अक्टूबर को कज़ान में ब्रिक्स प्लस कार्यक्रम में मोदी का प्रतिनिधित्व किया था। इस कार्यक्रम में रूसी राष्ट्रपति पुतिन, चीन के शी जिनपिंग और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जयशंकर ने किया था, क्योंकि मोदी शिखर सम्मेलन के मुख्य सत्रों के बाद 23 अक्टूबर को भारत लौट आए थे।
क्या है सच्चाई?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जो दावा किया जा रहा है, वह पूरी तरह गलता है। इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि पीएम मोदी पहले ही भारत के लिए रवाना हो गए थे। इसलिए 24 अक्टूबर को हुए इस ब्रिक्स सम्मेलन के कार्यक्रम में भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हिस्सा लिया था। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भी किया था।