Fact Check: 'दुर्भाग्य से हिन्दू' वाला बयान जवाहर लाल नेहरू ने नहीं दिया था, वायरल दावा है झूठा
पड़ताल में पता चला कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम पर वायरल बयान फर्जी है। रिपोर्ट्स और एक्सपर्ट्स के अनुसार, वायरल बयान हिंदू महासभा के नेता एनबी खरे ने नेहरू के लिए दिया था, ना कि नेहरू ने कभी ऐसा कहा था।
Originally Fact Checked by Vishvas News: देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को लेकर एक पोस्ट एक बार फिर वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि वे शिक्षा से ईसाई, संस्कृति से मुस्लिम और दुर्भाग्य से हिन्दू हैं।
पहले भी इस पोस्ट की पड़ताल की गई थी। दावा फर्जी साबित हुआ था। दरअसल, रिपोर्ट्स के अनुसार, वायरल बयान कथित तौर पर हिंदू महासभा के नेता एन बी खरे ने नेहरू के लिए दिया था, ना कि नेहरू ने खुद के लिए कभी ऐसा कहा था।
क्या हो रहा है वायरल?
फेसबुक यूजर जागो हिंदुस्तानी 11 नवंबर 2024 को वायरल पोस्ट को शेयर किया। इसमें लिखा गया…मैं शिक्षा से ईसाई, संस्कृति से मुस्लिम, दुर्भाग्य से हिंदू हूं। – जवाहर लाल नेहरू”
वायरल पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
पड़ताल
पहले भी इस दावे की पड़ताल की गई थी। उस समय ढूंढ़ने पर हमारे हाथ डेक्कन क्रॉनिकल अखबार के हैदराबाद एडिशन की एक कॉपी लगी, जिसमें 18 नवंबर, 2018 को इस बयान को नेहरू का बताते हुए छापा गया था।
इसी पड़ताल में हमारे हाथ डेक्कन क्रॉनिकल की ही 25 नवंबर 2018 को पब्लिश हुए अख़बार की करेक्शन कॉपी लगी थी, जिसमे लिखा था- ” The quote, “I am… a Hindu only by accident of birth”, was erroneously attributed to Jawaharlal Nehru on the ‘360 page published on Nov 18. It was an allegation made my Hindu Mahasabha leader N.B. Khare in 1959. We deeply regret the error”. हिंदी: “मैं … केवल जन्म की दुर्घटना से एक हिंदू हूँ”, बयान गलती से जवाहरलाल नेहरू के बयान के रूप में 18 नवंबर को प्रकाशित हो गया था। यह बयान असल में हिंदू महासभा के नेता एन.बी. खरे का था, जो उन्होंने 1959 में दिया था। हमें इस त्रुटि पर गहरा अफसोस है “। Deccan Chronicle की तरफ से स्पष्टीकरण और माफीनामे की कटिंग नीचे देखी जा सकती है।
इसी पड़ताल में हमें इतिहासकार बाल राम नंदा की किताब ‘नेहरू: मोतीलाल और जवाहरलाल’ में वह वायरल बयान का जिक्र मिला था। नंदा के अनुसार, हिंदू महासभा के नेता एनबी खरे ने नेहरू को ‘शिक्षा से ईसाई, संस्कृति से मुस्लिम, दुर्भाग्य से हिन्दू’ बताया था।
इसी कड़ी में शशि थरूर की किताब Nehru: The Invention of India में भी इस बयान का जिक्र मिला था और बताया गया था कि एनबी खरे ने यह बयान नेहरू की छवि को बिगाड़ने के लिए दिया था।
हमने इस विषय में जवाहरलाल नेहरू पर किताब लिख चुके वरिष्ठ पत्रकार पीयूष बबेले से संपर्क किया। उन्होंने बताया, “यह बयान जवाहरलाल नेहरू ने नहीं दिया था। एन.बी. खरे द्वारा दिए गए बयान को फर्जी तरीके से पेश किया जा रहा है।
हमने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक अध्ययन केंद्र की पूर्व अध्यक्ष और नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय की पूर्व निदेशक मृदुला मुखर्जी से भी संपर्क किया। उन्होंने कहा, “यह बात एन.बी. खरे ने कही थी।”
वायरल दावे को जागो हिंदुस्तानी नाम के फेसबुक यूजर ने शेयर किया था। इस पेज के 100 फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: फैक्ट चेक की पड़ताल में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम पर वायरल बयान फर्जी निकला। रिपोर्ट्स और एक्सपर्ट्स के अनुसार, वायरल बयान हिंदू महासभा के नेता एनबी खरे ने नेहरू के लिए दिया था, ना कि नेहरू ने कभी ऐसा कहा था।
Claim Review: दावा किया जा रहा है कि जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि वे शिक्षा से ईसाई, संस्कृति से मुस्लिम और दुर्भाग्य से हिन्दू हैं।
Claimed By: FB User जागो हिंदुस्तानी
Fact Check: झूठ
(Disclaimer: यह फैक्ट चेक मूल रूप से Vishvas News द्वारा किया गया है, जिसे Shakti Collective की मदद से India TV ने पुन: प्रकाशित किया है)