Fact Check: असली नहीं है अफगानी महिलाओं की नीलामी का ये वीडियो, स्ट्रीट प्ले का है दृश्य
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि अफगानिस्तान में महिलाओं की बीच-बाजार बोली लगाई जा रही है और उन्हें बेचा जा रहा है। इसका फैक्ट चेक करने पर हमने पाया कि ये वीडियो करीब 9 साल पुराना है और असली नहीं बल्कि एक स्ट्रीट प्ले का है।
India TV Fact Check: इंटरनेट पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसके साथ दावा है कि सड़क पर बुर्का पहने दिख रहीं महिलाओं को बोली लगाकर बेचा जा रहा है। इस वायरल पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो अफगानिस्तान का है, जहां इस तरह महिलाओं को सड़क पर सरेआम बेचा जा रहा है। हालांकि जब हमने इसका फैक्ट चेक किया तो वीडियो के साथ किया जाने वाला दावा गलत निकला और ये वीडियो लंदन में हुए एक स्ट्रीट प्ले का निकला।
क्या हो रहा वायरल?
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक movies & web series नाम से एक पेज है जिसपर इस वीडियो को अपलोड किया गया है। ये वीडियो 31 अक्टूबर 2023 को शेयर किया गया था। इसके साथ कैप्शन में लिखा है,
"अफ़ग़ानिस्तान Afghanistan Taliban People Selling Muslim Afghani Women In Kabuli......ईश्वर की लाठी बड़ी बेआवाज होती है... आज भी गजनी मे शिलालेख है जिस पर लिखा है "दुख्तरे हिंदुस्तान नीलामे 2 दीनार "... कभी जिस अफगानिस्तान मे हिन्द की बेटियां दो दो दीनार में नीलाम की गई थीं आज उन्हीं पठानों की बेटियां बिना कोई मोल लूटी जा रही हैं शायद उनके शरीयत में यही लिखा हो लेकिन हम निंदा करते है... रक्षा प्रभु।"
(कैप्शन को जस का तस लिखा गया है)
इंडिया टीवी ने किया फैक्ट चेक
जब हमने इस वीडियो को के कुछ कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल लेंस की मदद से सर्च किया तो कुछ रिजल्ट सामने आए। इस दौरान हमें यूट्यूब पर अपलोड की गई एक वीडियो मिली। जो Polski Polak नाम के चैनल पर 7 अक्टूबर 2017 को अपलोड की गई थी। इसके शीर्षक में लिखा था- auctioning women on the street of London (लंदन की सड़क पर महिलाओं की नीलामी)
इस वीडियो में दिख रहा है कि ये कहीं घने ट्रैफिक वाली जगह पर चल रहा है और साथ ही आस पास ऊंची इमारतें और लाल रंग की डबल डेकर बस भी चल रही हैं (जो लंदन खास तौर पर लंजन में चलने के लिए फैमस हैं)। साथ ही पीछे से जितने भी वाहन निकल रहे हैं, वे सभी किसी यूरोपीय देश के लग रहे हैं। हमारा इस बात पर भी ध्यान गया कि इस 'नीलामी' के दौरान आसपास के लोग अफगानी लिबास की बजाय वेस्टर्न कपड़ों में हैं और साथ ही वहां खड़े कुछ लोग (जो पत्रकार लगते हैं) इसकी फोटो खींच रहे हैं।
इस यूट्यूब वीडियो से हिंट मिली तो हमने इसको लेकर कुछ कीवर्ड से गूगल सर्च किया। काफी छानबीन के बाद हमें BBC की एक खबर मिली। इस खबर की हैडलाइन थी- The mock Islamic State slave auction in London (लंदन में नकली इस्लामिक स्टेट गुलामों की नीलामी)
ये खबर 20 अक्टूबर 2014 को प्रकाशित की गई थी और इसमें लिखा है, "कुर्दिश कार्यकर्ताओं द्वारा इस्लामिक स्टेट के खिलाफ सोशल मीडिया अभियान जारी है - लंदन के मध्य में एक नकली "इस्लामिक स्टेट सेक्स स्लेव मार्केट" का वीडियो यूट्यूब पर सवा लाख से अधिक बार देखा गया। 14 अक्टूबर को फिल्माया गया यह सीन 'कंपैशन 4 कुर्दिस्तान' द्वारा आयोजित किया गया था, जो कुर्द प्रवासियों का एक समूह है जो इराक में आईएस की कथित कार्रवाइयों के बारे में जागरूकता बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।"
इसके बाद हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च की मदद से इसके बारे में और जानकारी निकालने की कोशिश की तो Newsweek की एक खबर मिली। ये खबर 15 अक्टूबर 2015 को प्रकाशित की गई थी। इस खबर में लिखा है,"एक विवादास्पद प्रचार स्टंट में, कुर्द प्रदर्शनकारियों ने कल शाम इराक और सीरिया के क्षेत्रों में पकड़ी गई महिलाओं की नकली नीलामी में इस्लामिक स्टेट, जिसे आमतौर पर आईएसआईएस के नाम से जाना जाता है, की स्टेट सेक्स स्लेव मार्केट पर ध्यान आकर्षित करने के लिए लंदन की सड़कों पर प्रदर्शन किया।"
इंडिया टीवी के फैक्ट चेक में हमने पाया कि वायरल हो रहा ये वीडियो हाल का नहीं बल्कि साल 2014 का है। ये प्रदर्शनकारियों के एक ग्रुप ने लंदन में "इस्लामिक स्टेट सेक्स स्लेव मार्केट" नाम से स्ट्रीट प्ले किया था।
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