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Hindi News फैक्ट चेक Fact Check: क्या अजान के वक्त भजन-कीर्तन पर लगा बैन? यहां जानें वायरल Video का सच

Fact Check: क्या अजान के वक्त भजन-कीर्तन पर लगा बैन? यहां जानें वायरल Video का सच

India Tv Fact Check: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि नासिक में पुलिस ने पांच वक्त के अजान के समय भजन-कीर्तन पर रोक लगा दी है। हालांकि, फैक्ट चेक में ये दावा झूठा निकला है।

Fact Check- India TV Hindi Image Source : SCREENSHOT फैक्ट चेक।

India Tv Fact Check: सोशल मीडिया पर हर रोज कई झूठी खबरें और वीडियो वायरल होते रहते हैं। इन झूठी खबरों को इस तरह से परोसा जाता है कि लोग आसानी से इनपर यकीन कर लेते हैं। इन झूठी खबरों से ही आपको सावधान करने के लिए हम लेकर आते हैं India Tv फैक्ट चेक। फेक न्यूज का ताजा मामला सामने आया है महाराष्ट्र के नासिक शहर से जुड़ा हुआ। एक पुलिस अधिकारी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर के दावा किया जा रहा है कि नासिक में 5 बार अजान के समय आस-पास में भजन, कीर्तन आदि को रोका दिया गया है। हालांकि, जब हमने इस दावे का फैक्ट चेक किया तो ये वीडियो पूरी तरह से फर्जी साबित हुआ है।

क्या हो रहा है वायरल?

सोशल मीडिया पर पर ये वीडियो जमकर वायरल किया जा रहा है। वायरल वीडियो में पुलिस अधिकारी कह रहा है- "जो सुबह के 5 बजे का अजान है, दोपहर के सवा बजे का, शाम के 5.15 और 6.30 बजे का और रात के 8.30 बजे का। ऐसे 5 अजान के समय में 15 मिनट पहले और 15 मिनट के बाद, और मस्जिद के 100 मीटर के अंतर्गत कोई भी भजन-कीर्तन, वाद्य यंत्र बजाने या हनुमान चालीसा वगैरह का पाठ करने का अधिकार नहीं है।" वीडियो में आगे ये भी कहा गया है कि ये बातें नासिक के पुलिस कमीश्नर बोल रहे हैं। X पर मनोज श्रीवास्तव नाम के एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- "आप सोते रहो, अभी तो नाशिक से आदेश आया सनातनियों। आने वाले समय में सारे हिंदुस्तान में यही होगा। वोट मत डालो, देश और परिवार का भविष्य अंधकारमय करते रहो।"

Image Source : Screenshotफैक्ट चेक।

India Tv ने की पड़ताल

अजान के वक्त भजन-कीर्तन पर रोक का दावा करता ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा था। ऐसे में हमने इस दावे की पडताल करने की ठानी। सबसे पहले हमने गूगल ओपन सर्च की मदद ली और सर्च किया कि क्या नासिक में पुलिस की ओर से ऐसा कोई आदेश सामने आया है। हालांकि, हमें ऐसी कोई भी खबर नहीं मिली जिसमें ये दावा किया गया हो। इसके बाद हमने X पर मामले से संबंधित की-वर्ड्स की मदद से इस बारे में सर्च किया। ऐसा करते ही हमें नासिक पुलिस का ट्वीट मिला। इस ट्वीट में पुलिस ने इस वीडियो को फर्जी और एडिटेड बताया है।

क्या बोली नासिक पुलिस?

वायरल हो रहे वीडियो के बारे में नासिक पुलिस ने कहा- "व्हाट्सएप पर संदिग्ध तत्वों द्वारा एक 2.5 साल पुराने वीडियो का जानबूझकर खराब मंशा से एडिटेड संस्करण प्रसारित किया गया, जिसमें एक अधिकारी की पदवी को नाशिक पुलिस आयुक्त के रूप में गलत तरीके से बताया गया। यह वीडियो कल एक उपयोगकर्ता द्वारा X (पूर्व ट्विटर) पर भी पोस्ट किया गया था। इस वीडियो से कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की संभावना थी। हमने इस मामले में गुन्हा दाखिल किया है ; वीडियो प्रसारित करने वाले संदिग्ध तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के लिए वीडियो के संपादित संस्करणों का प्रसारण भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 196, 197 के तहत दंडनीय है। हमारी सतर्क साइबर टीम ऑनलाइन सभी गतिविधियों पर नजर रख रही है और ऐसी सभी पोस्ट्स पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।"

Image Source : Screenshotफैक्ट चेक।

Fact Check में क्या निकला?

India Tv की ओर से किए गए फैक्ट चेक में सामने आया है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो जिसमें अजान के वक्त भजन-कीर्तन रोकने की बात कही जा रही है वह झूठी है। पुलिस ने भी इस वीडियो को एडिटेड बताया है। यूजर्स को ऐसी पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।

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