Fact Check: मदरसे में बच्चे को उल्टा लटकाकर पीटने का वीडियो भारत का नहीं, जानें इसकी सच्चाई
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें एक बच्चे के पैर बांधकर उसे छत से उल्टा लटका रखा है। यह दावा किया जा रहा है कि बच्चे की पिटाई का यह चौंका देने वाला वीडियो भारत स्थित किसी मदरसे का है।
सोशल मीडिया पर हर दिन कई फेक न्यूज और फेक वीडियो वायरल होते रहते हैं। आम लोग इन फेक न्यूज पर आसानी से भरोसा कर लेते हैं और इन्हें आगे फॉरवर्ड कर देते हैं। इन्हीं फेक न्यूज से आपको सावधान करने के लिए हम लेकर आते हैं India Tv फैक्ट चेक। फेक न्यूज का ताजा मामला मदरसे में एक छात्र को उल्टा लटकाकर पीटे जाने का है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें एक बच्चे के पैर बांधकर उसे छत से उल्टा लटका रखा है। वीडियो में उसकी पिटाई करते हुए भी देखा जा सकता है। साथी ही यह दावा किया जा रहा है कि बच्चे की पिटाई का यह चौंका देने वाला वीडियो भारत स्थित किसी मदरसे का है। हालांकि, जब India TV ने इस दावे का फैक्ट चेक किया तो ये दावा पूरी तरह से फर्जी साबित हुआ है।
क्या किया गया दावा?
फेसबुक पर ये वीडियो शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “एक छोटी बच्ची को इस तरह से पैर बांधकर उल्टा लटकाया जाना क्या हमारे देश में कानून का डर है या नहीं है? और इस बच्ची को यह तालिबानी सजा क्यों दी जा रही है इसका कारण है आसमानी किताब जो इसे समझ नहीं आई। मुझे लगता है कि ऐसे स्कूलों को पूरी तरह से बैन कर देना चाहिए पूरे भारत में और ऐसे लोगों के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए जो इस तरह से एक छोटी बच्ची के साथ मारपीट कर रहे है।”
India TV ने की पड़ताल
चूंकि सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा था और इसे भारत के मदरसे का वीडियो बताकर शेयर किया जा रहा था, इसलिए हमने इस दावे की पड़ताल करने की ठानी। सबसे पहले हमने गूगल ओपन सर्च की मदद से विभिन्न वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सर्च किया। इंडिया टीवी की जांच में वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा गलत पाया गया। जांच में पाया कि ये वीडियो भारत का नहीं है। ये पाकिस्तान की साल 2018 की घटना है जिसमें एक मदरसे का मौलवी नाबालिग छात्र को उल्टा लटकाकर पीट रहा था। वीडियो वायरल होने पर पाकिस्तान की पंजाब पुलिस ने 28 जून 2019 को इस जघन्य कृत्य में आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार किया था।
फैक्ट चेक में क्या निकला?
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़े जून, 2019 के कई सोशल मीडिया पोस्ट्स नजर आये। इन पोस्ट्स को देखने पर यह स्पष्ट हो गया कि यह वीडियो पुराना है। पोस्ट्स के कैप्शन में लिखा था, “पंजाब पुलिस ने मदरसे के एक कारी को गिरफ्तार किया है, जिसने नाबालिग छात्र को उल्टा लटकाकर सजा दी थी। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक बच्चे को बेरहमी से सजा देते हुए और रहम की गुहार लगाते हुए देखा जा सकता है।” पड़ताल करने पर 28 जून 2019 को प्रकाशित पाकिस्तानी अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून‘ की रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में बताया गया है कि मदरसे में मौलवी द्वारा छात्र को उल्टा लटकाकर पीटने की यह घटना रावलपिंडी, पाकिस्तान की है। रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी पुलिस को शुरुआती जांच में मदरसे ने बताया था कि यह घटना साल 2018 की है।
आरोपी शख्स का नाम नूर मुहम्मद है। इसे पाकिस्तान के पंजाब में स्थित सादिकाबाद शहर से गिरफ्तार किया गया था, जहां ये मदरसा स्थित है।मदरसे का नाम 'तालीम उल कुरान इस्लामिक एकेडमी' बताया गया है। India TV की ओर से किए गए फैक्ट चेक में सामने आया है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये वीडियो भारत का नहीं बल्कि पाकिस्तान का है और इसे झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा था इसलिए लोगों को ऐसी किसी भी पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।