Fact Check: 'सड़क पर जानवर' वाला यूपी पुलिस का ये बोर्ड है 4 साल पुराना, दावा निकला भ्रामक
सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है जिसमें पुलिस एक साइन बोर्ड लगाते दिख रही है जिसपर लिखा है- "आगे सड़क पर जानवर बैठे हो सकते हैं। कृपया धीरे चलें।" इस फोटो के साथ दावा है कि पुलिस ने ये बोर्ड हाल ही में लगाए हैं। जब हमने इसका फैक्ट चेक किया तो दावा भ्रामक निकला।
India Tv Fact Check: उत्तर प्रदेश में छुट्टा मवेशी या आवारा पशुओं की समस्या किसानों से लेकर सड़क पर चलने वालों के लिए काफी गंभीर है। हालांकि राज्य सरकार ने इन मवेशियों के लिए गौशालाएं स्थापित की हैं, लेकिन ज्यादातर परिवार अब भी अपने जानवरों को इन गौशालाओं में ले जाने के बजाय सड़कों पर लावारिस छोड़ देते हैं। ऐसे में ये समस्या उत्तर प्रदेश में विकराल रूप लेती जा रही है। इसी बीच अब सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है जिसमें पुलिस का चेतावनी बोर्ड दिख रहा है। इस तस्वीर के साथ ये दावा किया जा रहा है कि आवारा पशुओं की वजह से बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं के चलते पुलिस ने हाल ही में ये बोर्ड लगाया है। जब हमने इसका फैक्ट चेक किया तो फोटो के साथ किया जा रहा दावा झूठा निकला।
क्या हो रहा वायरल?
दरअसल, फेसबुक पर Satya Sharma नाम के एक यूजर ने 19 सितंबर 2023 को ये फोटो शेयर की थी। इस फोटो के साथ कैप्शन में लिखा है, "उत्तर प्रदेश बांदा के सम्माननीय पुलिस अधीक्षक महोदय जी एवं समस्त सम्माननीय पुलिस प्रशासन का बहुत अच्छा निर्णय है और बहुत ही सराहनीय कार्य है। सड़क पर आए दिन बेजुबान जानवर गाड़ी की तेज गति के कारण से अपने प्राणों को गवा देते हैं। बहुत दुखद हादसा होता है और हम सभी को भी हाईवे पर गाड़ी देखकर चलाना चाहिए। हर चीज का ध्यान रखना चाहिए। आम नागरिक होने के नाते यह हमारी भी जिम्मेदारी बनती है। कृपा सभी से निवेदन है अपना एवं बेजुबान जानवरों की जिंदगी दोनों का ध्यान रखें।" (कैप्शन को जस का तस लिखा गया है) 4 दिन पहले पोस्ट की गई इस तस्वीर के साथ ये दावा किया जा रहा है कि यूपी पुलिस ने बांदा में हाल ही में ये बोर्ड लगाया है।
इंडिया टीवी ने की पड़ताल
जब हमें ये फोटो मिली तो हमने गूगल लेंस की मदद से इसे सर्च किया। इस दौरान सर्च रिजल्ट में हमें बांदा पुलिस का एक पुराना सोशल मीडिया पोस्ट मिला। X (ट्विटर) पर बांदा पुलिस @bandapolice के आधिकारिक अकाउंट से ये फोटो शेयर की गई थीं। इस फोटो बांदा पुलिस ने 22 अगस्त 2019 को शेयर की थीं। अपनी पोस्ट में बांदा पुलिस ने दो फोटो शेयर की हैं। इन दो फोटो में शहर के अलग-अलग इलाकों में पुलिसकर्मी कुछ लोगों की मदद से ये बोर्ड लगाते दिख रहे हैं। इस बोर्ड पर लिखा दिख रहा, "आगे सड़क पर जानवर बैठे हो सकते हैं। कृपया धीरे चलें। पुलिस अधीक्षक बांदा।"
साल 2019 को किए इस पोस्ट में बांदा पुलिस ने लिखा, "बांदा पुलिस सावधान सड़क पर अन्ना जानवर हो सकते है कृपया धीरे चलें। आये दिन अन्ना जानवरों के सड़क पर रहने से हो रही दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक बांदा द्वारा सड़कों पर (आगे सड़क पर जानवर बैठे हो सकते हैं कृपया धीरे चले)के साइन बोर्ड लगाए गए है।" (कैप्शन को जस का तस लिखा गया है)
बांदा पुलिस ने खुद किया खंडन
वहीं जब हमने इस मामले में और पड़ताल की तो पता चला कि बांदा पुलिस ने खुद भी इस वायरल पोस्ट का खंडन किया है। बांदा पुलिस ने अपने आधिकारिक X अकाउंट पर इस संबंध में खंडन भी डाला है। बांदा पुलिस ने एक पोस्ट करके इस वायरल फोटो का खंडन किया है। बांदा पुलिस ने 22 सितंबर 2023 को अपनी इस पोस्ट में लिखा, "कृपया भ्रामक सूचना ना फैलाएं अन्यथा आवश्यक वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।" पुलिस ने इस पोस्ट के साथ साझा किए गए अपने खंडन में लिखा, "कपितय लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर एक फोटो/बैनर वायरल किया जा रहा है जिसमें पुलिस द्वारा सड़क के डिवाइडर पर एक बैनर लगाते हुए दिखाया गया है जिसमें आवारा पशुओं के सड़क पर बैठे होने का संकेत लिखा है। वर्तमान में पुलिस द्वारा इस तरह का कोई बैनर नहीं लगाया गया है। बांदा पुलिस इसका पूर्णतया खंडन करती है। कृपया भ्रामक सूचना ना फैलाएं अन्यथा आवश्यक वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।"
पड़ताल में क्या निकला?
जब हमने इस पुलिस के इस वायरल साइन बोर्ड की पड़ताल की तो ये सामने आया कि ये साइन बोर्ड बांदा पुलिस ने चार साल पहले लगाया था। बांदा पुलिस ने हाल फिलहाल में ऐसा कोई साइन बोर्ड नहीं लगाया है।
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