Fact Check: प्लास्टिक से नकली गेहूं नहीं बना रही ये मशीन, कुछ और ही निकला सच
इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसके साथ दावा है कि यहां प्लास्टिक से नकली गेहूं बनाया जा रहा है। इस वीडियो को कई सारे यूजर्स इसी दावे के साथ शेयर कर रहे हैं। जब हमने इसकी पड़ातल की तो ये सामने आया कि ये दावा फर्जी है।
सोशल मीडिया पर गलत और भ्रामक जानकारी को लोग बेहद तेजी से और बिना क्रॉस चेक किए ही धड़ल्ले से शेयर करते हैं। ऐसा ही एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि कुछ मशीनों में खराब पॉलीथिन डालकर प्लास्टिक से गेहूं बनाया जा रहा है। लेकिन जब हमने इस वायरल वीडियो का फैक्ट चेक किया तो इसके साथ किया जाने वाला दावा फर्जी निकला और इससे जुड़ी सच्चाई कुछ और ही सामने आई।
क्या हो रहा वायरल?
दरअसल, फेसबुक और X पर कई सारे यूजर्स ने इस वीडियो को लगभग एक ही जैसे दावे के साथ शेयर किया है। इस वीडियो में कोई छोटी से फैक्ट्री के अंदर का नजारा दिख रहा है, जहां खूब सारा खराब प्लास्टिक और पॉलीथिन हैं जिसे मशीनों में डालकर पहले छोटे-छोटे टुकड़ों में और फिर लंबे से रेशे बनाए जा रहे हैं। इसके बाद इस प्रक्रिया के अंत में एक मशीन इन रेशों को गेहूं जैसे दिखने वाले पदार्थ में बदल देती है।
फेसबुक पर A K Singh Singh नाम के एक यूजर ने इस वीडियो को 11 अक्टूबर को शेयर किया है। इस वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, "नकली गेंहू भी अब ऐसे बन रहा है। खुद देख लें गोरखधंधा चल रहा है। अब जाएं तो जाएं कहां?कमाल है।" (कैप्शन को जस का तस लिखा गया है) इसी तरह एक और फेसबुक यूजर Gyan Prakash ने इस वीडियो को 11 अक्टूबर को शेयर किया है। इस वीडियो के साथ लिखा है, "देखो किस प्रकार नकली गेहूं बनाया जा रहा है, इसको खाने से न जाने कितने बीमार होंगे और न जाने कितने मरेंगे। आखिर इंसान के गिरने की कोई तो सीमा होगी?" (कैप्शन को जस का तस लिखा गया है)
इंडिया टीवी ने की पड़ताल
जब हमने इस वायरल वीडियो को ध्यान से देखा तो इसके अंत में एक वॉटर मार्क दिख रहा था। इस वाटरमार्क में 'Smartest Workers' लिखा दिख रहा था। अब हमें सर्च करने के लिए अहम सुराग मिल गया था, लिहाजा हमने गूगल पर सीधे Smartest Workers डालकर खोजा तो इससे जुड़े सोशल मीडिया हैंडल और यूट्यूब चैनल सामने दिखे। हमने Smartest Workers का यूट्यूब चैनल खोलकर देखा तो यहां फैक्ट्रियों और कारीगरों से जुड़े कई तरह के वीडियो अपलोड किए गए थे।
इस चैनल पर अपलोड किए गए वीडियो में हमें दिखा कि यहां एक 24 सितंबर को एक वीडियो डाला गया था। ये वही वीडियो निकला जो सोशल मीडिया पर नकली गेहूं बनाने के दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। इस वीडियो के टाइटल में लिखा है- Plastic’s New Purpose: Unveiling the Recycling Journey (प्लास्टिक का नया उद्देश्य: रीसायकल यात्रा का अनावरण) इस वीडियो से ये साफ हो गया कि वायरल किया जा रहा वीडियो असल में प्लास्टिक रीसायकल की प्रक्रिया को दिखा रहा है, ना कि प्लास्टिक से नकली गेहूं बनाया जा रहा है। इसका असला वीडियो हम नीचे दे रहे हैं-
फैक्ट चेक में क्या निकला?
जब हमने इस वायरल वीडियो का फैक्ट चेक किया तो इसके साथ किया जाने वाला दावा फर्जी निकला। ये वीडियो असल में प्लास्टिक रीसायकल की प्रोसेस को दिखाने के लिए एक यूट्यूब चैनल पर डाला गया था।
ये भी पढ़ें-
Fact Check: इजरायल के मिसाइल हमले का पुराना है ये वीडियो, पड़ताल में आया सच सामने