India TV Fact Check: 22 जनवरी को अयोध्या के भव्य राम मंदिर में भागवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है। इसके लिए पूरे देश में उमंग का माहौल है। देश के हर कोने से श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। लेकिन इसी बीच इंटरनेट पर कई तरह के फर्जी और भ्रामक फोटो-वीडियो वायरल हो रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि ये एक भालुओं का झुंड है जो अपने शावकों के साथ अयोध्या पहुंचा है। लेकिन जब हमने इस वीडियो का फैक्ट चेक किया तो पाया कि असल वीडियो मध्यप्रदेश के शहडोल का है।
क्या है रहा वायरल?
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो वायरल हुआ जो छत्रपाल सिंह सोलंकी (@rastrvadi_4) ने 09 जनवरी 2024 को शेयर किया था। इस वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, "कोई चमत्कार अथवा प्रभु दर्शन के लिए.. भालूओ का झुंड पहुंचा अयोध्या भालू अपने 4 शावकों के साथ आए अयोध्या.. जय श्री राम।"
Image Source : screenshot सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये वीडियो
इस 18 सेकेंड के वीडियो में बैकग्राउंड म्यूजिक में कोई भजन चल रहा है। वीडियो में एक भालू के साथ उसके पीछे-पीछे 4 शावक भी चल रहे हैं। इसमें दिख रहे दृश्य किसी ग्रामीण इलाके के लग रहे हैं।
इंडिया टीवी ने किया फैक्ट चेक
हमने सबसे पहले इस वीडियो के कुछ कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल पर रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें दैनिक भास्कर की एक खबर दिखी। ये खबर सात दिन पहले प्रकाशित की गई थी। इसकी हैडलाइन है- "गांव में घुसा भालुओं का झुंड: ग्रामीणों ने हल्ला करके गांव के बाहर खदेड़ा, मादा भालू बच्चों के साथ कर रही भ्रमण" खबर में आगे लिखा है, "शहडोल जिले के अमझोर वनपरिक्षेत्र के वनसुकली गांव के आसपास भालुओं का झुंड घूम रहा है। इससे गांव में दहशत का माहौल है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार की सुबह वनसुकली गांव के पास भालुओं का कुनबा गांव में घुस आया था। ग्रामीणों ने हल्ला करके भालुओं के झुंड को गांव से बाहर की ओर खदेड़ा।"
Image Source : screenshot दैनिक भास्कर पर मिली मध्यप्रदेश का ये खबर
इसके बाद जब हमने इसी खबर को गूगल पर कीवर्ड की मदद से सर्च किया तो इसका असली वीडियो भी मिल गया। 'Humara MP' नाम के एक यूट्यूब चैनल पर ये वीडियो 4 जनवरी 2024 को अपलोड किया गया था। इस पर टाइटल लिखा है- "शहडोल में दिखा भालुओं का झुंड...."
पड़ताल में क्या निकला?
हमने फैक्ट चेक में पाया कि ये घटना मध्यप्रदेश के शहडोल में एक गांव की है। ये वीडियो वायरल दावे से एक हफ्ते पहले आया था जिसे कई सारे न्यूज वेबसाइट पर कवर किया गया था।
ये भी पढे़ं-