Fact Check: राहुल गांधी ने नहीं कहा- "हमने देश के गरीबों को अरबपति बना दिया", एडिटेड निकला वीडियो
फेसबुक पर राहुल गांधी का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि राहुल ने ये कहा- हमने देश के गरीबों को लाखों करोड़ रुपये देकर अरबपति बना दिया। इस वीडियो का हमने फैक्ट चेक किया तो ये पूरी तरह से फर्जी निकला।
India TV Fact Check: सोशल मीडिया पर आए दिन नेताओं के तमाम भाषण वायरल होते रहते हैं। इनमें से कुछ विवादित होते हैं तो कुछ गलत दावे के साथ पेश किए जाते हैं। लेकिन कुछ वीडियो होते हैं जो कि पूरी तरह से एडिट करके फैलाए जाते हैं। इन वीडियो की सच्चाई फैक्ट चेक से ही सामने आती है। ऐसा ही एक वीडियो हमारे सामने आया जिसमें राहुल गांधी का भाषण देते हुए दिख रहे हैं। इस वीडियो के कैप्शन में दावा किया जा रहा है कि राहुल ने अपने भाषण में ये कहा कि हमने लाखों करोड़ रुपए गरीबों को देकर अरबपति बना दिया। जब इस वीडियो का हमने फैक्ट चेक किया तो ये वीडियो फर्जी निकला।
क्या हो रहा वायरल?
दरअसल, फेसबुक पर 'सत्य संवाद-Satya Samvad' नाम के यूजर ने ये वीडियो 4 सितंबर 2022 को पोस्ट किया था। राहुल गांधी के इस वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, "लाखों करोड़ रुपए गरीबो को देकर हमने अरबपति बना दिये! हम पागल नही है, भैया, हमारा दिमाग खराब है।" (कैप्शन को जस का तस लिखा गया है) इस वीडियो को 2 हजार से ज्यादा लोगों ने देखा है और 150 से ज्यादा लोगों ने लाइक भी किया है।
मात्र 13 सेकेंड के इस वीडियो को जब हमने ध्यान से सुना तो इसमें राहुल गांधी कहते दिख रहे हैं, "लाखों करोड़ रुपये... लाखों करोड़ रुपया हमने... गरीब जनता... को कॉम्पनसेशन में दिया... लाखों करोड़ रुपये... अरबपति बना दिए...।" यही वीडियो कई सारे और यूजर्स ने भी मिलते जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
इंडिया टीवी ने की पड़ताल
जब हमने राहुल गांधी का 13 सेकेंड का ये वीडियो ध्यान से देखा तो इसके बैकग्राउंड में लगे बैनर से ये समझ आ रहा था कि ये किसी हल्ला बोल रैली के दौरान दिए गए भाषण का वीडियो है और साथ में साल 2022 भी लिखा दिख रहा है। गौर करने पर राहुल गांधी के पास छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी नजर आ रहे हैं। अब हमारे पास वीडियो की पड़ताल के लिए तीन अहम कीवर्ड मिल चुके थे। लिहाजा हमने गूगल पर 'राहुल गांधी + हल्ला बोल रैली + 2022' कीवर्ड के साथ सर्च करना शुरू किया।
गूगल पर ये कीवर्ड डालते ही हमारे सामने कई सारे वीडियो सामने आए। इस दौरान हमें 4 सितंबर 2022 को अपलोड किया गया 'इंडियन नेशनल कांग्रेस' के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर हल्ला बोल रैली की फुल वीडियो मिला। इस वीडियो के टाइटल में लिखा था "महंगाई पर हल्ला बोल रैली।" ये पूरा वीडियो 2 घंटे और 12 मिनट का था। लिहाजा हमने इसमें सभी के भाषण स्किप करके राहुल गांधी के स्पीच पर गए।
इस वीडियो में 1 घंटा और 48 मिनट पर (1:48:28) राहुल गांधी कहते दिख रहे हैं, "आप देखिए... नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की... नोटबंदी से गरीबों का फायदा हुआ? गरीबों की जेब से पैसा निकाला... गरीबों का कहा... काले धन के खिलाफा लड़ाई है... और फिर कुछ ही महीनों बाद आपने देखा कि जो आपकी जेब से पैसा निकाला गया था... लाखों करोड़ रुपये... देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों का कर्जा माफ किया गया... किसान का कर्जा माफ नहीं करेंगे... किसान के खिलाफ तीन काले कानून लाएंगे... कहेंगे कि ये कानून किसानों के फायदे के लिए हैं... अगर किसानों के फायदे के लिए हैं तो फिर पूरे देश में किसान क्यों खड़ा है? सड़कों पर क्यों उतरा है? ये तीन कानून किसानों के लिए नहीं थे... ये तीन कानून उन्हीं दो उद्योगपतियों के लिए थे..." इस पूरे भाषण को हमने गौर से सुना जिसमें कहीं भी राहुल गांधी ने ये नहीं कहा कि हमने गरीबों को अरबपति बना दिया।
इसके बाद हमने गूगल पर राहुल गांधी की हल्ला बोल रैली के बारे में और सर्च किया तो हमारे सामने दैनिक भास्कर की एक खबर सामने आई। इस खबर में भी राहुल गांधी के उसी भाषण का जिक्र था। दैनिक भास्कर की ये खबर भी एक साल पहले प्रकाशित की गई थी। इस खबर में चौथे पैराग्राफ में लिखा है, "मोदीजी ने नोटबंदी की। इससे गरीबों का फायदा हुआ? उन्होंने गरीबों की जेब से पैसा निकाला। गरीबों से कहा कि कालेधन के खिलाफ लड़ाई है। कुछ महीनों बाद आपने देखा कि आपकी जेब से निकाला गया लाखों करोड़ रुपए... देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों का कर्जा माफ किया गया।" इस खबर में भी राहुल गांधी ने कहीं भी वायरल वीडियो के साथ किए जा रहे दावे वाली बात नहीं कही है।
राहुल गांधी ने की थी हल्ला बोल रैली
बता दें कि कांग्रेस ने 7 सितंबर 2022 से 'भारत जोड़ो यात्रा' की शुरूआत करने की घोषणा की थी। इस यात्रा से पहले 4 सितंबर को कांग्रेस ने दिल्ली के रामलीला मैदान में बीजेपी के खिलाफ महंगाई से लेकर बेरोजगारी और जीएसटी के मुद्दे पर बड़ी रैली का आयोजन किया था। इस दौरान राहुल गांधी ने मोदी सरकार को अडानी-अंबानी के मुद्दे पर भी घेरा था।
फैक्ट चेक में क्या निकला?
इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ने जब वायरल वीडियो की पड़ताल की तो ये वीडियो पूरी तरह से एडिटेड निकला। हमने राहुल गांधी का असली भाषण भी सुना और इससे जुड़ी खबरें भी खंगाली, लेकिन कहीं भी राहुल गांधी के इस बयान का जिक्र नहीं था।
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