Fact Check: क्या नितिन गडकरी ने कही स्थानीय लोगों के लिए टोल टैक्स फ्री करने की बात? जानें इस दावे की सच्चाई
सोशल मीडिया पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के भाषण का एक वीडियो वायरल है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि नितिन गडकरी ने घर से 60 किलोमीटर के भीतर आने वाले टोल प्लाजा पर टोल शुल्क फ्री करने की घोषणा की है।
India Tv Fact Check: सोशल मीडिया पर हर दिन कई फेक न्यूज और फेक वीडियो वायरल होते रहते हैं। आम लोग इन फेक न्यूज पर आसानी से भरोसा कर लेते हैं और इन्हें आगे फॉरवर्ड कर देते हैं। इन्हीं फेक न्यूज से आपको सावधान करने के लिए हम लेकर आते हैं India TV फैक्ट चेक। फेक न्यूज का ताजा मामला केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के भाषण से जुड़ा है। सोशल मीडिया पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के भाषण का एक वीडियो वायरल है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि नितिन गडकरी ने घर से 60 किलोमीटर के भीतर आने वाले टोल प्लाजा पर टोल शुल्क फ्री करने की घोषणा की है। यानी इस दायरे में आने वाले लोगों को कोई टोल का पैसा नहीं देना होगा। वे आधार कार्ड दिखा कर टोल क्रॉस कर सकेंगे। हालांकि, जब India TV ने इस दावे का फैक्ट चेक किया तो ये दावा पूरी तरह से फर्जी साबित हुआ है।
क्या किया गया दावा?
वायरल वीडियो को फेसबुक पर शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, “आपके घर से 60 किमी के भीतर किसी भी टोल बूथ पर कोई टोल शुल्क देय नहीं है। इसके लिए आपको अपने आधार कार्ड से गुजरना होगा। @nitin_gadkari ने कहा यह केंद्र सरकार का आदेश है।”
इस वीडियो में केंद्रीय मंत्री कहते सुने जा सकते हैं, “अगर आधार कार्ड है और अगर वहां पर टोल है तो आधार कार्ड को देखकर उसे तुरंत पास इश्यू किया जाए। मैं इस सजेशन को मान्य करता हूं। जहां पर भी ऐसे टोल्स बने हैं और वहां के स्थानीय लोगों को अड़चन आती है तो आधार कार्ड को लेकर पास बनाकर देंगे।” वह आगे कहते हैं, “दूसरा ये है कि 60 किलोमीटर्स के बीच में टोल नहीं आता है, लेकिन यह कुछ जगहों पर चालू है। मैं आज सदन को विश्वास दिलाता हूं कि यह गलत काम हो रहा है, इल्लीगल है। मैं आपको बता रहा हूं कि तीन महीने के अंदर एक ही टोल नाका होगा और यदि दूसरा होगा तो वह बंद किया जाएगा।”
India TV ने की पड़ताल
कि सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा था, इसलिए हमने इस दावे की पड़ताल करने की ठानी। सबसे पहले हमने गूगल ओपन सर्च की मदद से विभिन्न वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सर्च किया। इंडिया टीवी की जांच में वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा गलत पाया गया। इंडिया टीवी के फैक्ट चेक ने पाया कि नितिन गडकरी का ये वीडियो 2022 का है। संसद में दिए अपने भाषण में गडकरी ने ये नहीं कहा था घर से 60 किलोमीटर के अंदर पड़ने वाले टोल प्लाजा पर टोल नहीं देना पड़ेगा।
फैक्ट चेक में क्या निकला?
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान हमें नितिन गडकरी का 60 किलोमीटर पर टोल प्लाजा से जुड़ा बयान मार्च 2022 की कई मीडिया रिपोर्ट्स में मिला। गडकरी ने कहा था कि अगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर 60 किलोमीटर की दूरी से पहले कोई टोल प्लाजा पड़ता है तो उसे बंद कर दिया जाएगा। वायरल वीडियो में भी गडकरी को यही कहते हुए सुना जा सकता है यानी गडकरी ने घर से 60 किलोमीटर की दूरी नहीं, बल्कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो टोल प्लाजा के बीच 60 किलोमीटर की दूरी की बात कही थी। यही बात एनएचएआई की वेबसाइट पर भी बताई गई है कि दो टोल बूथ के बीच की दूरी 60 किलोमीटर से ज्यादा होनी चाहिए।
पड़ताल के दौरान हमें नितिन गडकरी का पूरा वीडियो दूरदर्शन के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। इसे यहां 22 मार्च 2022 को अपलोड किया गया था। इसमें गडकरी ने कहा था कि टोल प्लाजा के पास रहने वालों को आधार कार्ड के जरिये पास प्रदान किया जाएगा। India TV की ओर से किए गए फैक्ट चेक में सामने आया है कि टोल प्लाजा के 60 किलोमीटर में रहने वाले व्यक्तियों को टोल टैक्स में छूट मिलने का वायरल दावा फर्जी है। गडकरी के 2022 के वीडियो को झूठे दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है इसलिए लोगों को ऐसी किसी भी पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
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