Fact Check: ममता बनर्जी ने नहीं कहा- महाभारत नजरूल इस्लाम ने लिखी, भ्रामक वीडियो हो रहा वायरल
सोशल मीडिया पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का एक वीडियो वायरल हो रहा था जिसमें वह बंगाली में कुछ कहती दिख रही हैं। इस वीडियो के साथ कैप्शन में दावा किया जा रहा है कि बंगाल सीएम ने कहा, "महाभारत नजरूल इस्लाम ने लिखी है।" हमने इस वीडियो का फैक्ट चेक किया और सच का पता लगाया।
India TV Fact Check: सोशल मीडिया पर बंगाल की सीएम बीते दिनों ही अपने चंद्रयान वाले बयान को लेकर खासी सुर्खियों में रही थीं। अब उनका एक और वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बंगाली में एक जनसभा को संबोधित करती दिख रही हैं। X (ट्विटर) पर ममता के भाषण की 10 सेकेंड से भी कम की कुछ वीडियो क्लिप वायरल हो रही हैं जिनके साथ कैप्शन में ये दावा किया जा रहा है कि ममता बनर्जी ये कह रही हैं कि महाभारत नजरूल इस्लाम ने लिखी थी। जब हमने इस वीडियो का फैक्ट चेक किया तो हमारी पड़ताल में ये वीडियो उनके पूरे भाषण के एक छोटा सा हिस्सा निकला, जो गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा था।
क्या है वायरल वीडियो के साथ दावा?
दरअसल, एक वीडियो X पर कई सारे यूजर्स तेजी से शेयर कर रहे हैं जिसमें मुख्यमंत्री को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "महाभारत... काजी नजरूल इस्लाम ने लिखा था"। ये वीडियो X पर @PoliticalKida, @MeghUpdates और @BefittingFacts जैसे यूजर्स ने शेयर किए हैं। PoliticalKida के शेयर किए वीडियो को 35 हजार से ज्यादा लोगों ने देखा, MeghUpdates के वीडियो को करीब 4 लाख 40 हजार लोगों ने देखा तो वहीं BefittingFacts के इस वीडियो को 6 लाख 54 हजार लोगों ने देखा है। ममता बनर्जी का ये वीडियो लाखों लोगों तक पहुंचा और इसे हजारों लोगों ने शेयर भी किया है। इससे पहले भी ममता का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें बनर्जी ने ये कहा था कि पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी चंद्रमा पर गईं थीं और हाल ही में अपने भाषणों में भारतीय अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा की बजाय बॉलीवुड अभिनेता राकेश रोशन का नाम ले लिया था।
इंडिया टीवी ने किया फैक्ट चेक
जब हमने गूगल पर 'ममता बनर्जी' और 'नजरूल इस्लाम' कीवर्ड के साथ सर्च करना शुरू किया तो इससे जुड़ूी कुछ खबरें सामने आई। सर्च में जी न्यूज की एक खबर हमारे सामने आई जिसमें भी ममता के इसी बयान के बार में लिखा गया था और @MeghUpdates के वीडियो का लिंक डाला गया था। इस खबर में हमें ये पता चला कि ममता बनर्जी ने ये बयान टीएमसीपी स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए दिया था। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने टीएमसीपी स्थापना दिवस समारोह में वायरल हो रहे भाषण वाली बात कही थी, उस जनसभा को कुछ न्यूज चैनल्स और वेबसाइटों ने कवर किया और उनके पूरे भाषण के बारे में लिखा है। न्यूज वेबसाइटों ने ममता के इस भाषण को जब पूरा लिखा तो वायरल दावे का असली सच सामने आने लगा।
टाइम्स नाऊ की वेबसाइट पर छपी खबर के मुताबिक टीएमसीपी स्थापना दिवस समारोह में ममता बनर्जी ने कहा, "केवल पढ़ाई से ही व्यक्ति सही अर्थों में नहीं सीख पाता। बड़ा दिल भी होना जरूरी है। हमारे महापुरुषों ने क्या लिखा है, उसे पढ़ें और समझें। रवीन्द्रनाथ ने जो लिखा उसे पढ़े और सीखें , विवेकानंद ने जो लिखा उसे पढ़े और सीखें, नज़रूल ने जो लिखा उसे पढ़े और सीखें, बिरसा मुंडा ने जो लिखा उसे पढ़े और सीखें... पंचानन बर्मा ने जो लिखा उसे पढ़े और सीखें... महाभारत ...। नज़रुल इस्लाम ने लिखा था,"कुरान, पुराण, वेद, वेदांत, बाइबिल, त्रिपिटक, जेंद-अवेस्ता और पवित्र ग्रंथों को अपनाएं, जितना संभव हो उतना पढ़ें..." इस खबर से ये बात तो साबित हो गई थी कि वायरल वीडियो में जो दावा किया जा रहा था, वह ममता के भाषण के का एक छोटा सा अंश है जिसे भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा था।
हमें मिला भाषण का असली वीडियो
जब हमें ये पता लगा कि ममता बनर्जी ने ये भाषण टीएमसीपी स्थापना दिवस समारोह में दिया था, तो हमने तृणमूल कांग्रेस के आधिकारिक यूट्यूब चैनल को चेक किया। ये वीडियो को 28 अगस्त 2023 को तृणमूल कांग्रेस के यूट्यूब चैनल AITC ऑफिशियल पर लाइव स्ट्रीम किया गया था। इस पूरे वीडियो को जब स्किप करके हमने ममता बनर्जी के भाषण वाले हिस्से को सुना तो सच सामने आने लगा। इस वीडियो में 2:51:42 टाइम मार्क से, ममता बनर्जी बंगाली में कह रही हैं, "तो, मैं आप सभी से कहूंगी कि रवींद्रनाथ के बारे में पढ़ें और जानें, विवेकानंद के बारे में पढ़ें और जानें, नजरूल के बारे में पढ़ें और जानें, बिरसा के बारे में पढ़ें और जानें।" मुंडा, रघुनाथ मुर्मू के बारे में पढ़ें और जानें, मतुआ ठाकुर के बारे में पढ़ें और जानें, राजबंशी के पंचानन बर्मा के बारे में पढ़ें और जानें.... महाभारत..." (ममता यहां एक पल रुकती हैं और फिर अगला वाक्य कहती हैं) "नजरुल इस्लाम ने लिखा, 'कुरान, पुराण, वेद, वेदांत, बाइबिल, त्रिपिटक, ग्रंथ साहेब, ज़ेंद-अवेस्ता... जितना चाहें उतना पढ़ें"।
अपने इस भाषण में बंगाल की मुख्यमंत्री ने बाद के हिस्से में केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला करते हुए काजी नजरूल इस्लाम और रवींद्रनाथ टैगोर की अन्य कविताओं का भी पाठ किया है।
बता दें कि काजी नजरूल इस्लाम का जन्म 1899 में पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान जिले में हुआ था। वे एक बंगाली विद्रोही कवि थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन भारत की आजादी के लिए लड़ने के लिए जनता को जागृत करने में समर्पित कर दिया था। नजरूल ने मानवाधिकार और सांप्रदायिक एकता के बारे में कई कविताएं लिखीं। इस्लाम को उनके योगदान के लिए बांग्लादेश के राष्ट्रीय कवि के रूप में भी जाना जाता है।
लिहाजा इंडिया टीवी के फैक्ट चेक में ये सामने आया कि ममता बनर्जी के भाषण को गलत तरह से एडिट किया गया। तृणमूल कांग्रेस चीफ ने अपने मूल भाषण में जनता से महाभारत पढ़ने का आग्रह किया और बाद में काजी नजरूल इस्लाम द्वारा लिखी गई एक कविता की पंक्तियां सुनाईं। वायरल हो रहा वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह से भ्रामक है।
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