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Hindi News फैक्ट चेक Fact Check: मध्‍य प्रदेश सरकार की है लाडली बहना योजना, मोदी सरकार की बताने वाली पोस्ट निकली भ्रामक

Fact Check: मध्‍य प्रदेश सरकार की है लाडली बहना योजना, मोदी सरकार की बताने वाली पोस्ट निकली भ्रामक

फेसबुक पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रही है जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि मोदी सरकार ने महिलाओं के लिए रक्षाबंधन के मौके पर लाड़ली बहना योजना की घोषणा की जिसके तहत सभी महिलाओं के खाते में मोदी सरकार हर महीने 3 हजार रुपये भेजेगी। हमने इस दावे की का फैक्ट चेक किया तो सच कुछ और ही निकला।

fact check- India TV Hindi Image Source : INDIA TV मोदी सरकार के नाम से बताई जा रही योजना का फैक्ट चेक

India TV Fact Check: अगले साल देश में आम चुनाव होने हैं और अगले कुछ महीनों में कुछ विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर राजनेताओं, पार्टियों और सरकारी योजनाओं और घोषणाओं के बारे में तरह-तरह के पोस्ट वायरल हो रहे हैं। इसी तरह की एक वीडियो हमारे सामने आई। इस वायरल पोस्ट में कहा जा रहा है कि मोदी सरकार ने बहनों को रक्षा बंधन का तोहफा दिया है जिसके तहत महिलाओं को हर महीने 3 हजार रुपये मिलेंगे। इसमें कहा गया है कि रक्षा बंधन से पहले मोदी ने महिलाओं की बल्ले-बल्ले की है और संसद में हंगामे के बीच महिलाओं के लिए खास स्कीम की घोषणा की है। इस वायरल पोस्ट का जब इंडिया टीवी ने फैक्ट चेक किया तो हमारी पड़ताल में ये दावा भ्रामक निकला।

वायरल पोस्ट में क्या है दावा?
दरअसल, फेसबुक पर एक वीडियो वायरल हो रही है। एक फेसबुक यूजर टीएनएफ टुडे ने इस वीडियो को शेयर किया है, जिसके कैप्शन में लिखा है, "मोदी ने बहिनों को दिया रक्षाबंधन का तोहफा, हर महिला को मिलेंगे तीन हजार रुपए"। इस वीडियो के अंदर कहा जा रहा है, "भाजपा सरकार ने शुरू की लाडली बहना योजना, हर महिला के खाते में आएंगे तीन हजार रुपये, बस अपने फोन से करना होगा ये रजिस्ट्रेशन। रक्षाबंधन से पहले मोदी ने की महिलाओं की बल्ले-बल्ले, हंमामे के बीच संसद में की महिलाओं के लिए खास स्कीम की घोषणा। मोदी का ये तोहफा पाकर नहीं रहेगा महिलाओं की खुशी का ठिकाना,अगर ठीक से कर लिया ये काम तो हर महीने खाते में आएंगे तीन-तीन हजार रुपये।" इस वायरल पोस्ट में महिलाओं के लिए शुरू हुई लाडली बहना योजना को मोदी सरकार का तोहफा बताया जा रहा है। 

Image Source : Screenshotवायरल पोस्ट में मोदी सरकार के नाम से किया जा रहा दावा

फेसबुक पर वायरल हुई इस पोस्ट को 1.5 लाख से भी ज्यादा लोगों ने लाइक किया है और 29 हजार लोगों ने इसे शेयर किया है। इतना ही नहीं करीब 6 हजार लोगों ने इस पोस्ट पर कमेंट भी किए हैं।  

इंडिया टीवी ने किया फैक्ट चेक
जब हमने इस वीडियो को ध्यान से देखा तो इस वीडियो के अंदर किए गए दावे अलग-अलग बाते कहीं गई हैं। वीडियो की शुरुआत में कहा गया है कि पीएम मोदी बहनों को रक्षाबंधन पर तोहफा देंगे। मोदी ने संसद में इस योजना की घोषणा की है। इसके तहत हर महीने महिलाओं के खाते में 3 हजार रुपए जाएंगे। लेकिन जब वीडियो के लास्ट तक जब हम पहुंचे तो इसमें 'मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना' लिखा दिखा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तस्वीर है।

इसके बाद हमने गूगल पर केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाने वाली लाड़ली बहना योजना के बारे में सर्च किया लेकिन हमें कहीं भी मोदी सरकार के द्वारा घोषित लाड़ली बहना योजना के बारे में कोई खबर नहीं मिली। इसके बाद हमने संसद के इस मानसून सत्र के दौरान की गई मोदी सरकार की घोषणाओं के बारे गूगल पर सर्च किया, लेकिन यहां भी हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली जिससे इस वायरल दावे की पुष्टी हो सके कि मोदी सरकार की ओर से कोई लाड़ली बहना योजना चलाई जा रही है।

Image Source : Screenshotमध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा चलाई जा रही योजना

मध्य प्रदेश सरकार ने शुरू की पहल
जब मोदी सरकार द्वारा ऐसी किसी भी घोषणा के बारे में हमें पता नहीं चला तो फिर हमने गूगल पर लाड़ली बहना योजना के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की। हमारी सर्च में हम मध्य प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर पहुंचे। यहां बताया गया है कि इसका पूरा नाम मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना है और ये मध्य प्रदेश सरकार की पहल है। यहां मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भी तस्वीर साफ दिख रही है। अब तक एक बात तो साफ हो चुकी थी कि ये योजना मोदी सरकार द्वारा नहीं बल्कि मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा चलाई जा रही है। 

Image Source : Screenshotमध्य प्रदेश सरकार की वेबसाइट पर मिली योजना की पूरी जानकारी

रक्षाबंधन से जुड़ी नहीं है ये योजना
जब हमने मध्य प्रदेश सरकार की वेबसाइट पर लाड़ली बहना योजना के बारे में और जानकारी जुटाई तो पता चला कि मध्य प्रदेश की महिलाओं के आर्थिक स्वालम्बन उनके और उनपर आश्रित बच्‍चों के स्वास्थ्य और पोषण स्तर में सतत सुधार और परिवार में महिलाओं की निर्णायक भूमिका सुदृढ़ करने के लिए एमपी सरकार ने इस योजना को शुरू किया था, ना कि रक्षाबंधन के तोहफे को तौर पर। इसमें लिखा है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा दिनांक 28 जनवरी 2023 को सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में "मुख्‍यमंत्री लाड़ली बहना योजना" लागू किये जाने की घोषणा की गई है। अब तक ये भी साफ हो चुका था कि "लाड़ली बहना योजना" किसी भी तरह की रक्षाबंधन के उपलक्ष में शुरू की गई विशेष योजना नहीं है।

Image Source : screenshotइंडिया टीवी की खबर से भ्रम हुआ दूर

हर माह 3000 रुपये के दावे में अधूरा सच
मध्य प्रदेश सरकार की वेबसाइट पर इस योजना के बारे में और पढ़ने के बाद पता चला कि मध्यप्रदेश में "मुख्‍यमंत्री लाड़ली बहना योजना" के अंतर्गत प्रतिमाह 1000 रूपए महिलाओं को दिए जाएंगे। लेकिन वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि इस योजना के तहत महिलाओं को 3 हजार रुपये प्रति माह दिए जाएंगे। जब हमने योजना की रकम के बारे में गूगल पर और पता किया तो इंडिया टीवी की एक खबर सामने आई। इसमें बताया गया था कि मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान लाडली बहना योजना के तहत दी जाने वाली राशि 1000 रुपये से बढ़ाकर 3000 रुपये प्रतिमाह करने वाले हैं। लेकिन इस घोषणा में कहा है कि इस योजना की राशि को समय-समय पर 250 रुपये की बढ़ोतरी के साथ तीन हजार रुपये तक बढ़ाया जाएगा।

आवेदन का तरीका भी बताया गलत 
सबसे आखिर में हमने ये भी पता लगाया कि वायरल वीडियो में जिस तरह से लाड़ली बहना योजना के लिए महिलाओं को आवेदन करने के लिए कहा जा रहा है, क्या वो सही तरीका है या लोगों को गुमराह करके किसी तरह की तरह की ठगी का शिकार बनाने की कोशिश की जा रही है। इस वायरल पोस्ट में कहा गया है कि इस योजना के लिए महिलाओं को एक नंबर पर मिस्‍ड कॉल देनी होगी, जिसके बाद उनके पास एक लिंक आएगा। उस लिंक पर महिलाओं को रजिस्‍ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। लेकिन असल में लाड़ली बहना योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया एक दम अलग है। इस योजना के लिए राज्य के हर गांव और शहर के वार्डों में ही शिविर का आयोजन कर फॉर्म भरवाए जाएंगे। फॉर्म भरकर लाडली बहना पोर्टल पर दर्ज करना होगा।

लिहाजा इंडिया टीवी के फैक्ट चेक में ये दावा गलत साबित हुआ और ये साफ हुआ कि असल में लाड़ली बहना योजना मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा चलाई जाती है ना कि केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा।

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