Fact Check: अयोध्या नहीं पहुंच रहे 'जटायु', पुराना और दूसरे देश का निकला वायरल वीडियो
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि जटायु राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या पहुंच रहे हैं। ऐसे में हमने जब इस वीडियो का फैक्ट चेक किया तो पता चला कि वीडियो साल 2021 का है और भारत का नहीं है।
India TV Fact Check: अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसको लेकर पूरे अयोध्या धाम में तैयारियां बेहद जबरदस्त हो रही हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने लगा है, जिसके साथ ये दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिख रहे पक्षी जटायु हैं और वे अब अयोध्या पहुंचने लगे हैं। लेकिन जब इंडिया टीवी ने इस वीडियो का फैक्ट चेक किया तो ये तीन साल पुराना और लेबनान का निकला।
क्या हो रहा वायरल?
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर शुभम् हिंदू (@Shubhamhindu01) नाम के यूजर ने ये वीडियो 3 जनवरी 2024 को शेयर किया है। इस वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, "अयोध्या मे जटायु पहुंचने लगे है." साथ ही वीडियो के अंदर टेक्स्ट में भी "जटायु अयोध्या" लिखा है और वीडियो में किसी भजन का बैकग्राउड म्यूजिक चल रहा है।
इस 10 सेकेंड के वीडियो को 31 हजार से ज्यादा लोगों ने देखा है और ढाई हजार से ज्यादा लोगों ने इसे लाइक भी किया है।
इंडिया टीवी ने किया फैक्ट चेक
जब हमने ये वीडियो देखा तो सबसे पहले इसके कुछ कीफ्रेम निकाले। फिर इन कीफ्रेम्स को गूगल पर रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमारे सामने एक फेसबुक पोस्ट खुलकर सामने आई। ये "البرارى" (Prairie) नाम के यूजर ने 11 दिसंबर 2021 को पोस्ट की थी।
इसके साथ ही यूजर ने कैप्शन में अरबी में लिखा है, "हिमालयन ईगल... यह पुरानी दुनिया का ईगल है, जो रैप्टर्स और हॉक परिवार के क्रम से है। यह यूरोपीय भूरे गिद्ध का आनुवंशिक रिश्तेदार है और इसे कभी भूरे गिद्ध की उप-प्रजाति माना जाता था। हिमालयी गिद्ध हिमालय और निकटवर्ती तिब्बती पठार पर पाया जाता है और पुरानी दुनिया के गिद्धों, शिकार के पक्षियों की दो सबसे बड़ी प्रजातियों में से एक है। हिमालयन ईगल का औसत वजन 9 किलोग्राम है, लेकिन ईगल के लिए उपलब्ध परिस्थितियों के आधार पर वजन 8 से 12 किलोग्राम तक होता है। जहां तक हिमालयी ईगल के पंखों के फैलाव की बात है, यह इसे मापने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली विधि के आधार पर भिन्न होता है, और प्रकाशित माप 2.6 मीटर और 3.1 मीटर के बीच होते हैं।" (कैप्शन को ट्रांसलेट करके लिखा गया है)
इसी क्रम में हमें ऊपर दिख रही ये यूट्यूब वीडियो मिली। इस वीडियो का टाइटल बलगेरियन भाषा में लिखा है और ये वीडियो 19 दिसंबर 2021 को अपलोड किया गया था। यहां तक ये तो साफ हो गया था कि वायरल वीडियो ना तो अयोध्या का है और ना ही हाल फिलहाल का है।
अब हमने ये पता लगाया कि वीडियो में दिखने वाला पक्षी कौनसा है। इसके लिए हमने गूगल लेंस की मदद से सर्च किया तो पाया कि ये पक्षी यूरेशियन ग्रिफॉन गिद्ध (Eurasian Griffon Vulture) है और ये भारत में बेहद दुर्लभ प्रजाति है। लिहाजा ये बात भी साफ हुई कि वीडियो में दिख रहा पक्षी जटायु नहीं है।
पड़ताल में क्या निकला?
इंडिया टीवी के फैक्ट चेक में ये साफ हुआ कि वायरल वीडियो ना तो हाल का है और ना ही अयोध्या का है। ये वीडियो किसी दूसरे देश का है। साथ ही वीडियो इंटरनेट पर साल 2021 से अपलोड है।
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