Fact Check: ओडिशा में कांग्रेस की रैली में जुटी इतनी भीड़? जानें क्या है दावे की सच्चाई
सोशल मीडिया पर एक वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में दावा किया गया है कि ये भीड़ कांग्रेस पार्टी की रैली में उमड़ी है, जो कि ओडिसा में आयोजित की गई थी। आइये जानते हैं इसका पूरा सच क्या है?
देश में हाल ही में लोकसभा चुनाव संपन्न हुए हैं। इस दौरान चुनाव से जुड़े फेक न्यूज भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं। इन्हीं फेक न्यूज से आपको सावधान करने के लिए हम लेकर आते हैं India TV फैक्ट चेक। लोकसभा चुनाव के दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। दरअसल वायरल वीडियो के जरिए यह दावा किया जा रहा है कि ओडिशा में कांग्रेस की रैली के दौरान लाखों लोगों की भीड़ जुटी। हालांकि, India TV ने जब इस दावे का फैक्ट चेक किया तो ये पूरी तरह से झूठा साबित हुआ है।
क्या हो रहा है वायरल?
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक रैली में जुटे लोगों की भीड़ दिखाई गई है। इसके साथ ही यह दावा किया गया है कि ओडिशा में भी कांग्रेस की रैली में इतनी भीड़ जुट रही है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर चंद्रवीर सिंह नाम के एक कांग्रेस नेता के द्वारा यह वीडियो 9 मई 2024 को शेयर की गई है। इसके साथ ही वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है 'परिवर्तन तय है। ऐतिहासिक रैली ओडिशा में।' इसके साथ ही इंडी अलायंस और राहुल गांधी से जुड़े तमाम टैग भी पोस्ट किए गए हैं।
India TV ने की पड़ताल
चूंकि सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा था और इसे लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान कांग्रेस के चुनाव प्रचार का वीडियो बताकर शेयर किया जा रहा था, इसलिए हमने इस दावे की पड़ताल करने की ठानी। सबसे पहले हमने गूगल ओपन सर्च पर खबर से जुड़े कीवर्ड्स की मदद से इस वीडियो सर्च किया कि क्या ये वीडियो कांग्रेस की रैली के दौरान का है? इसी दौरान हमें 'rkreddy__ysjagan' नाम की एक इंस्टा प्रोफाइल पर ये वीडियो देखने को मिला। इस वीडियो को आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी के दौरान का बताया गया था। इसके साथ ही ये वीडियो 10 मार्च को पोस्ट की गई थी।
फैक्ट चेक में क्या निकला?
India TV की ओर से किए गए फैक्ट चेक में सामने आया है कि कांग्रेस नेता के द्वार शेयर की गई वीडियो ओडिशा की नहीं है। इसके साथ ही कांग्रेस नेता द्वारा शेयर की गई वीडियो बाद में शेयर की गई थी, जबकि इससे तीन महीने पहले ही आंध्र प्रदेश वाली वीडियो को शेयर किया गया था। वीडियो में अलग-अलग पोस्टर्स पर जगन मोहन रेड्डी की तस्वीर भी देखी जा सकती है। ऐसे में ये पाया गया कि आंध्र प्रदेश की वीडियो को झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा था। इसलिए लोगों को ऐसी किसी भी पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है। India TV के फैक्ट चेक में वायरल वीडियो का ओडिशा का ना होकर आंध्र प्रदेश का निकला और ये दावा भी झूठ निकला।
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