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Hindi News फैक्ट चेक Fact Check: क्या अयोध्या में श्रद्धालुओं की कई किलोमीटर लम्बी भीड़ की वजह से रामलला के दर्शन को बंद किया गया? जानें इसकी सच्चाई

Fact Check: क्या अयोध्या में श्रद्धालुओं की कई किलोमीटर लम्बी भीड़ की वजह से रामलला के दर्शन को बंद किया गया? जानें इसकी सच्चाई

सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि अयोध्या में श्रद्धालुओं की कई किलोमीटर लम्बी भीड़ के कारण रामलला के दर्शन को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया है, लेकिन हमारे फैक्ट चेक में यह गलत पाया गया।

लंबी लाइन की वजह से...- India TV Hindi Image Source : INDIA TV लंबी लाइन की वजह से रामलला के दर्शन बंद कर दिए गए वाले दावे का फैक्ट चेक

INDIA TV Fact Check: बीते दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज सुबह से ही अयोध्या में भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। भीड़ को काबू करने के लिए श्री रामजन्मभूमि मंदिर के बाहर कई हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके बाजजूद हालात काबू से बाहर हैं, हालांकि स्थानीय प्रशासन दावा कर रहा कि हालात नियंत्रण में हैं, पर सोशल मीडिया पर आ रहे वीडियो में कुछ अलग ही नजारा दिख रहा है। इसी मुद्दे से जुड़ा एक और वीडियो सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से शेयर हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा कि अयोध्या में रामलला के दर्शन अस्थाई रूप से बंद कर द‍िए गए हैं।

क्या किया गया दावा?

सोशल मीडिया पर कई पोस्ट शेयर किए जा रहे हैं कि अयोध्या में श्रद्धालुओं की कई किलोमीटर लंबी भीड़ की वजह से रामलला के दर्शन अस्थाई रूप से बंद कर द‍िए गए हैं। हालांकि ये सरासर गलत है। अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन हो रहे हैं, हालांकि रामलला के दर्शन के लिए भारी भीड़ जुटी हुई है।

क्या सच में अयोध्या में दर्शन बंद हुए हैं?

इंडिया टीवी के फैक्ट चेक ने इस दावे की जांच पड़ताल शुरू की तो पाया कि ये दावा सरासर गलत है, जो वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा कि अयोध्या में कई किलोमीटर तक लाइन लगी है, दरअसल वह वीडियो भगवान जगन्नाथ के रथ यात्रा के दौरान साल 2022 का है।

वहीं, हमें अयोध्या पुलिस का एक ट्वीट भी मिला जिसमें पुलिस ने खुद इस बात का खंडन किया है। ट्वीट में पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से असत्य खबर फोटो के साथ सार्वजनिक रुप से प्रसारित की जा रही है कि जनपद अयोध्या में श्रद्धालुओं की कई किलोमीटर लम्बी भीड़ की वजह से श्री रामलला के दर्शन अस्थाई रूप से बंद किया गया है। अयोध्या पुलिस इस असत्य एवं भ्रामक खबर का खण्डन करती है। 

क्या पाया गया पड़ताल में?

हमने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो अयोध्या की भीड़ का नहीं है। ये साल 2022 में भगवान जगन्नाथ का वीडियो है।

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