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Hindi News फैक्ट चेक Fact Check: शिवराज सिंह चौहान के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर गलत दावे से वायरल, जानें इसकी सच्चाई

Fact Check: शिवराज सिंह चौहान के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर गलत दावे से वायरल, जानें इसकी सच्चाई

Fact Check: सोशल मीडिया पर हर दिन कुछ न कुछ वायरल होता रहता है। ऐसे ही भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान के बयान का एक वीडियो गलत दावे से वायरल हो रहा है।

फैक्ट चेक - India TV Hindi Image Source : SCREENSHOT फैक्ट चेक

Fact Check: आए दिन रोजाना न जाने कितने ही फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं। लेकिन इनमें बहुत से फर्जी भी होते हैं जिनका सच से कुछ भी लेना देना नहीं होता है। ऐसे ही फेक न्यूज से आपको सावधान करने के लिए हम लेकर आते हैं India Tv फैक्ट चेक। ऐसे ही मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जब हमने इस वीडियो में किए गए दावे की जांच की तो सच और कुछ ही निकला। 

Image Source : Screenshotफैक्ट चेक

क्या हो रहा वायरल? 

सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता शिवराज सिंह के एक बयान का वीडियो आग की तरह फैल रहा है। वायरल वीडियो में शिवराज सिंह कह रहें हैं, " बच्चों का भविष्य बर्बाद कर दिया, जिन्दगी से खिलवाड़ किया। सत्ता के दलालों ने 17 बार पेपर लीक किए, हर बार धोके में रखा। करोड़ों रुपए कमा लिए और बच्चों को दर-दर की ठोकरें खाने के लिए छोड़ दिया। ये यहां का युवा बर्दाश्त नहीं करेगा।" वायरल वीडियो को कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया गया। एक यूजर ने शेयर करते हुए लिखा,"शिवराज सिंह चौहान जी इतना भी सच नहीं बोलना था। खेर आपने सही कहा, आपके और आपके बाद भी प्रदेश में यही सब हो रहा है। मगर आपको यह समझ भी आया तो प्रदेश के मुखिया की कुर्सी से उतरने के बाद।" 

कैसे पता लगी सच्चाई?

जब हमने वायरल वीडियो के दावे की जांच की तो सच्चाई कुछ और ही निकली। दरअसल, शिवराज सिंह चौहान ने ये बयान झारखंड सरकार के खिलाफ दिए थे। जब हमने  रिवर्स सर्च किया तो हमें एक यूट्यूब  चैनल पर इस वीडियो का पूरा वर्जन मिला। वीडियो खत्म होने से पहले शिवराज बोलते हैं, 'झारखंड को बचाना है विशेषकर माटी, बेटी और रोटी।' वायरल वीडियो में इस हिस्से को काट कर वायरल किया गया था। इसके अलावा शिवराज सिंह चौहान ने यह वीडियो खुद अपने 'एक्स'हैंडल पर शेयर किया था और झारखंज सरकार की आलोचना की थी। इससे साफ होता है कि वायरल वीडियो गलत दावे से वायरल हो रहा है और ऐसे में लोगों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसी भ्रामक खबरों से सावधान रहें।