Fact Check: हरिद्वार में मुसलमानों की भीड़ का वीडियो भ्रामक दावे के साथ हो रहा वायरल, जान लें सच्चाई
सोशल मीडिया पर मुसलमानों की एक बड़ी भीड़ का वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल हो रहा है। जब हमने यानी इंडिया टीवी फैक्ट चेक टीम ने इसकी पड़ताल की सच्चाई कुछ और ही निकली।
Fact Check: वर्तमान समय में सोशल मीडिया जितना फायदेमंद है उतनी घातक भी है। रोजाना न जानें कितनी फेक खबर, फोटो, वीडियो वायरल होती रहती हैं। इन फर्जी खबरों और दावों से आपको सावधान करने के लिए इंडिया टीवी करता है फैक्ट चेक। ऐसे ही मुसलमानों का एक बड़ी भीड़ के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है, जब हमने यानी इंडिया टीवी फैक्ट चेक टीम ने इसकी पड़ताल की सच्चाई कुछ और ही निकली।
साल 2022 का है वीडियो
दरअसल, ईदगाह के सामने मुसलमानों की एक बड़ी भीड़ को दिखाने वाला एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर भ्रामक और सांप्रदायिक दावे के साथ फैलाया गया है कि यह फुटेज उत्तराखंड के हरिद्वार में हुई एक हालिया घटना को दर्शाता है। इंडिया टीवी फैक्ट चेक टीम ने जब इसकी जांच की तो पता चला कि दावा भ्रामक है। दरअसल, वीडियो हरिद्वार का है, जो मई 2022 के इस्लामी त्योहार ईद-उल-फितर के टाइम से सोशल मीडिया पर है।
वीडियो को एक्स हैंडल @ajaychauhan41 द्वारा हिंदी कैप्शन "हिंदू देवताओं की भूमि, देवभूमि कहा जाना वाला हरिद्वार..." के साथ पोस्ट किया गया था। एक और एक्स हैंजल से इसे शेयर किया गया जिसके कैप्शन में "हरिद्वार, उत्तराखंड में आपका स्वागत है" लिखा था। जब हमने इन वायरल वीडियो के एक कीफ़्रेम की रिवर्स इमेज सर्च की तो एक्स पर मई 2022 का एक पोस्ट पाया,जो बिलकुल वही वीडियो था। वीडियो को "ज्वालापुर ईदगाह हरिद्वार में नमाज अदा करने के बाद का नजारा. हरि की नगरी अल्हा की बन गयी, सोचने वाली बात है उत्तराखंड मे मुसलमान कहाँ से आया यंहा के पूर्वज तो हिन्दू ब्रामण हिन्दू राजपूत या हिन्दू हरिजन थे" कैप्शन के साथ शेयर किया गया था।
इसके बाद हमने एक्स पर किए गए पोस्ट से जानकारी लेकर उसका उपयोग करके उल्लिखित स्थान के लिए Google मेप पर कीवर्ड खोज की और ज्वालापुर, हरिद्वार, उत्तराखंड में उसी ईदगाह की पहचान की। जानकारी दे दें कि यह उक्त स्थान गूगल स्ट्रीट व्यू पर भी दिखाई देता है।
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