Fact Check: फैक्ट्री में बनाया जा रहा प्लास्टिक का गेहूं! वायरल वीडियो का दावा निकला गलत
सोशल मीडिया में एक वीडियो पिछले कई महीनों से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बताया जा रहा है कि अब फैक्ट्री में प्लास्टिक के गेहूं बनाए जा रहे हैं। इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ने इस वायरल वीडियो की जांच पड़ताल की है।
सोशल मीडिया में कब कौन सी चीज वायरल हो जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता है। फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम में कई ऐसे वीडियो हैं, जो खूब वायरल होते हैं। इन वीडियो को लोग जमकर शेयर करते हैं। वीडियो को शेयर करने से पहले इसके सत्यतता की जांच भी नहीं करते हैं। पिछले कई दिनों से एक पुराना वीडियो फेसबुक पर वायरल किया जा रहा है। इस वायरल वीडियो में बताया जा रहा है कि अब फैक्ट्रियों में भी प्लास्टिक से गेहूं बनाए जा रहे हैं। इस वायरल वीडियो में फैक्ट्री में बनने वाले प्लास्टिक गेहूं के दावे के पूरे प्रॉसेस को बनते हुए दिखाया गया है।
फेसबुक में वायरल हो रहा ये वीडियो
सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक में मोहम्मद मोसहेब (Mohammad Mosaheb) नाम के यूजर ने ये वीडियो 11 अक्टूबर, 2023 को अपलोड किया है। इस वीडियो में लिखा कि अब मार्केट में नकली गेहूं भी बनने लग गए हैं। आंखे खोल कर देख लो। अब नकली चीज बनाने को लेकर क्या बचा है? इस शख्स द्वारा अपलोड किए गए वीडियो को कई लोग देख रहे हैं।
इस दावे के साथ हो रहा वायरल
मोहम्मद मोसहेब द्वारा अपलोड किए गए इस वीडियो में दिखाया जा रहा है कि किसी फैक्ट्री के अंदर पॉलीथीन और कूड़े के ढेर से इकट्ठा की गई प्लास्टिक को मशीन में डालकर धुला जा रहा है। धुलने के बाद इसे एक बड़ी सी मशीन में डाला जाता है। इसके बाद प्लास्टिक के छोटे-छोटे से टुकड़े हो जाते हैं। इन प्लास्टिक के टुकड़ों को पानी से एक बार फिर धुल कर सुखाया जाता है। इसके बाद इन्हें दूसरी मशीन में डालकर पाउडर बनाया जाता है। इसके बाद वीडियो में दिखाया जाता है कि इससे रस्सी की तरह बना लिया जाता है। इनके सूखने के बाद मशीन में डालकर दाने निकाले जाते हैं। इन्हीं भूरे रंग के दानों का दावा किया जा रहा है कि ये प्लास्टिक के गेहूं हैं।
सामने आई वायरल वीडियो की सच्चाई
प्लास्टिक के गेहूं के दावे की पड़ताल के लिए इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ने इस वीडियो को बारीकी से देखा। इस वीडियो के स्क्रीन शॉट और कीवर्ड से इंटरनेट में और भी सर्च किया तो पता चला कि ऐसे कई वीडियो हैं, जो सोशल मीडिया प्लेटफार्म में प्लास्टिक के गेहूं के दावे के साथ शेयर किए जा रहे हैं। इस जांच-पड़ताल में इंडिया टीवी को यूट्यूब पर एक वीडियो मिला। इस वीडियो को Smartest Workers नाम के यूट्यूब चैनल से अपलोड किया गया है। Smartest Workers नाम से यूट्यूब पर बना ये चैनल वैरिफाइड है। इस चैनल के 1.57 मिलियन सब्स्क्राइबर भी हैं।
वीडियो में प्लास्टिक को किया जा रहा रिसाइकिल
Smartest Workers के यूट्यूब चैनल में अपलोड किए गए इस वीडियो में प्लास्टिक के रिसाइकिल के बारे में बताया गया है। चैनल ने ये वीडियो अपने चैनल पर 24 सितंबर, 2023 को अपलोड किया है। इस वीडियो को Plastic’s New Purpose: Unveiling the Recycling Journey नाम के कैप्शन से अपलोड किया है। इस वीडियो को करीब 5 हजार लोगों ने देखा है। लोग कमेंट करके प्लास्टिक के रिसाइकिल किए जाने की तारीफ भी कर रहे हैं।
वायरल वीडियो निकला भ्रामक
इस तरह इंडिया टीवी के फैक्ट चेक टीम ने फेसबुक पर मोहम्मद मोसहेब के द्वारा शेयर किए गए वीडियो को फेक पाया है। सोशल मीडिया में जिस तरह से वीडियो में दावा किया जा रहा है कि मार्केट में अब प्लास्टिक के गेहूं आ गए हैं और इन्हें फैक्ट्री में बनाया जा रहा है। इंडिया टीवी के फैक्ट चेक में ये दावा पूरी तरह गलत निकला है। ये कोई प्लास्टिक का गेहूं नहीं बल्कि प्लास्टिक के रिसाइकिल करने की एक प्रक्रिया है।