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Hindi News फैक्ट चेक Fact Check: महंत राजू दास के साथ मारपीट का पुराना वीडियो वायरल, मुलायम सिंह से नहीं है लेना-देना

Fact Check: महंत राजू दास के साथ मारपीट का पुराना वीडियो वायरल, मुलायम सिंह से नहीं है लेना-देना

Fact Check: महंत राजू दास के साथ मारपीट का दो साल पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो का मुलायम सिंह यादव के नाम पर शेयर किए जा रहे पोस्ट से इसका कुछ लेना-देना नहीं है।

Fact Check- India TV Hindi Image Source : SCREENSHOT फैक्ट चेक।

Originally Fact Checked by PTI: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें अयोध्या स्थित हनुमान गढ़ी मंदिर के पुजारी राजू दास के साथ हाथापाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। वीडियो को शेयर कर यूजर्स दावा कर रहे है कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले अयोध्या के महंत राजू दास की पिटाई कर दी गई।

फैक्ट चेक में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। हमारी जांच में पता चला कि वायरल वीडियो दो साल पुराना यानि 15 फरवरी 2023 का है उस समय स्वामी प्रसाद मौर्य और महंत राजूदास के बीच एक होटल में हाथापाई हुई थी।

दावा:

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर यूजर जय सिंह यादव ने 21 जनवरी 2025 को एक तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, “सुना है श्रद्धेय नेता जी मुलायम सिंह यादव जी को अपशब्द कहने वाले अयोध्या महंत राजूदास अयोध्या जमकर कूट दिए गए...।” पोस्ट का लिंक, आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।

फैक्ट चेक।Image Source : Screenshotफैक्ट चेक।

वहीं, एक अन्य यूजर इंद्रजीत यादव ने 21 जनवरी 2025 को फेसबुक पर समान वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “हो गया दवाई सुना है श्रद्धेय नेता जी मुलायम सिंह यादव जी को अपशब्द कहने वाले अयोध्या महंत राजूदास अयोध्या जमकर कूट दिए गए...।” पोस्ट का लिंक, आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।

Image Source : Screenshotफैक्ट चेक।

दरअसल, राजू दास ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर महाकुंभ में सपा कार्यकर्ताओं द्वारा एक शिविर में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा लगाने पर विवादित टिप्पणी की थी, जिस सपा कार्यकताओं ने काफी अक्रोश जताते हुए राजू दास के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। इस बीच सोशल मीडिया पर 2 साल पुराने वीडियो को यूजर्स अभी का बताकर शेयर कर रहे हैं।

पड़ताल:

दावे का सच जानने के लिए हमने वायरल वीडियो को की-फ्रेम्स' को रिवर्स इमेज सर्च किया।  जहां हमें दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर  15 फरवरी 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो का विजुअल था। रिपोर्ट का लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।

Image Source : Screenshotफैक्ट चेक।

भास्कर ने अपनी रिपोर्ट में बताया, “लखनऊ के गोमती नगर के एक होटल में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों ने हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास के साथ हाथापाई की है।” बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी जिस पर कई संतों ने नाराजगी जताई थी। इस बीच महंत राजू दास एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां पर स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थक पहले से मौजूद थे और दोनों के बीच हाथापाई हो गई।

भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस मामले में  पुलिस कमिश्नर को लिखित में शिकायत दी थी। उन्होंने बताया था कि 12:30 बजे में एक निजी टीवी कार्यक्रम में बुलाया गया था, जब वह कार्यक्रम शामिल होने पहुंचें तो वहां पहले से मौजूद हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास और उनके साथियों ने उन पर तलवार और  फरसा से हमला करने का प्रयास किया।

पड़ताल के अगले क्रम में हमें 16 फरवरी 2023 को न्यूज 18 यूपी-उत्तराखंड के यूट्यूब एक वीडियो अपलोड हुआ मिला, जिसमें वायरल वीडियो का विजुअल था। साथ ही अयोध्या के महंत का राजूदास का वर्जन भी था। राजूदास ने न्यूज 18 को बताया कि वो एक टीवी कार्यक्रम में पहुंचे थे जहां स्वामी प्रसाद मौर्य ने मुझे देखकर भगवा आतंकी बुलाया था और अपने सर्मथकों से मेरी हत्या करवाने की कोशिश की थी। राजू दास ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराने की बात भी कहीं थी। वीडियो का लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।

Image Source : Screenshotफैक्ट चेक।

हमारी जांच में पता चला कि वायरल वीडियो  दो साल पुराना यानि 15 फरवरी 2023 का है तभी स्वामी प्रसाद मौर्य और महंत राजूदास के बीच एक होटल में हाथापाई हुई थी।

दावा
मुलायम सिंह यादव जी पर अपशब्द कहने वाले अयोध्या महंत राजूदास की पिटाई।

तथ्य
फैक्ट चेक डेस्क की जांच में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ।

निष्कर्ष
हमारी जांच में पता चला कि वायरल वीडियो दो साल पुराना यानि 15 फरवरी 2023 का है तभी स्वामी प्रसाद मौर्य और महंत राजूदास के बीच एक होटल में हाथापाई हुई थी।

(Disclaimer: यह फैक्ट चेक मूल रूप से PTI द्वारा किया गया है, जिसे Shakti Collective की मदद से India TV ने पुन: प्रकाशित किया है)