Fact Check: क्या BRICS से इंडिया को दिखाया गया बाहर का रास्ता? जानें वायरल हो रहे दावे की सच्चाई
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा कि BRICS की कोर कमेटी से इंडिया को निकाल दिया गया है। हमारी पड़ताल में यह दावा पूरी तरह गलत पाया गया है।
सोशल मीडिया पर इन दिनों आए दिन कोई न कोई पोस्ट वायरल होता रहता है, ऐसे में कई बार कुछ फेक न्यूज भी तेजी से वायरल हो जाते हैं, जिसे समझना आम आदमी के लिए थोड़ा-सा मुश्किल होता है और वह उस पर भरोसा कर लेते हैं जिससे वह फेक न्यूज के शिकार हो जाते हैं। एक ऐसी ही न्यूज तेजी से सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रही है, जिसमें कहा जा रहा कि ब्रिक्स गुट से इंडिया का बाहर कर दिया गया है, हमारे पड़ताल में यह न्यूज गलत साबित हुई।
क्या किया गया दावा?
सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि 'भारत को ब्रिक्स कोर समिति से हटा दिया गया है।' इसके साथ ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ब्रिक्स के दौरान की एक फोटो भी शेयर की गई है। जानकारी दे दें कि ब्रिक्स की कोर कमेटी में ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, ईरान, मिस्र, इथियोपिया और संयुक्त अरब अमीरात हैं। इसके अलावा आप यहां भी यही दावा देख सकते हैं।
पड़ताल में क्या निकला?
हमने जब इसकी पड़ताल शुरू कि तो हमें ऐसे कोई भी न्यूज नहीं मिले जो इस दावे का सच्चा साबित कर सकें। हमने ब्रिक्स की वेबसाइट तक काफी देर तक खंगाली जिसमें ऐसा दावा किया गया हो कि भारत को कोर कमेटी से निकाला गया है। इसके अलावा में हमें Russia Is Giving Indian Exporters Greater Market Access New Delhi नाम से एक आर्टिकल मिला जो हाल ही में 29 नवंबर को पब्लिश किया गया है। जो यह दिखाता है कि इंडिया ब्रिक्स के लिए अहम भागीदार है।
इसके अलावा, भारत ने हाल ही में रूस के कज़ान में 22 से 24 अक्टूबर के बीच आयोजित शिखर सम्मेलन में भाग लिया था। अंत में, हमने इस फोटो की सच्चाई खंगाली तो हमें बचा चला कि वह 2017 में चीन के ज़ियामेन में आयोजित शिखर सम्मेलन की है, जैसा कि रूसी राष्ट्रपति की वेबसाइट पर भी बताया गया है।
क्या निकला निष्कर्ष?
इंडिया टीवी के फैक्ट चेक में हमें मिला कि BRICS से इंडिया का बाहर निकाले जाने की खबर झूठी (False) है।