Original Fact Check by PTI: सोशल मीडिया एक ऐसा माध्यम है, जिससे बहुत तेजी से सूचनाएं पूरे देश में फैलती हैं। लेकिन कई बार इस माध्यम का इस्तेमाल झूठी खबरों को फैलाने के लिए भी किया जाता है। ऐसा ही एक मामला दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी से जुड़ा हुआ है।
क्या दावा किया गया?
Image Source : FBFact Check
दरअसल कई सोशल मीडिया यूजर्स ने दिल्ली की मंत्री आतिशी का एक वीडियो साझा किया, जिसमें आतिशी कह रही हैं कि भाजपा को हराने के लिए गुंडों या ठगों को वोट देने में संकोच नहीं करना चाहिए।
सोशल मीडिया पर 3 अप्रैल को एक फेसबुक यूजर ने दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी का एक वीडियो शेयर किया जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि बीजेपी को हराने के लिए लोगों को गुंडों या ठगों को वोट देने में संकोच नहीं करना चाहिए।
पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, '#Shocking केजरीवाल की शिष्या आतिशी मार्लेना का असली चेहरा, जिन्होंने ठगों और गुंडों के खिलाफ लड़ने और व्यवस्था बदलने का वादा किया था। यहां वह बेझिझक लोगों से अपनी आंखें बंद करने और ठगों और गुंडों को वोट देने के लिए कहती हैं क्योंकि बीजेपी को हर कीमत पर हराना है।'
फैक्ट चेक में क्या सामने आया?
Image Source : YTFact Check
जब इस मामले में फैक्ट चेक किया गया तो सामने आया कि ये एक पुराना वीडियो है, जिसे सोशल मीडिया पर गलत तरीके से मौजूदा लोकसभा चुनावों से जोड़कर साझा किया गया था। इस वीडियो को पांच साल पहले ओखला टाइम्स ने अपने यूट्यूब चैनल पर साझा किया था।
दरअसल ये वीडियो साल 2019 के लोकसभा चुनावों के समय का है। इसमें आतिशी ने कहा था, 'मैंने यूपी के अपने एक परिचित व्यक्ति से बात की, उन्होंने मुझसे कहा कि हमारे क्षेत्र का उम्मीदवार गुंडा है, तो हमें क्या करना चाहिए? मैंने कहा कि आंख मूंदकर गठबंधन को वोट दें क्योंकि यह ऐसा चुनाव है जहां हमें बीजेपी को हराना है।'
ऐसे में ये साफ है कि AAP नेता आतिशी का एक पुराना वीडियो 2024 में चल रहे लोकसभा चुनावों से जोड़कर सोशल मीडिया पर साझा किया गया है।
ये है आतिशी के 5 साल पुराने वीडियो का लिंक, जिसे ताजा चुनाव से जोड़ा जा रहा-
क्या निकला निष्कर्ष?
फैक्ट चेक में सामने आया कि आतिशी का बयान कि भाजपा को हराने के लिए गुंडों या ठगों को वोट देने में संकोच नहीं करना चाहिए वाला बयान काफी पुराना है, जिसे हाल ही बता कर गलत तरीके से पेश किया गया है।
Result- Misleading
(Disclaimer: यह फैक्ट चेक मूल रूप से PTI द्वारा किया गया है, जिसे Shakti Collective की मदद से India TV ने पुन: प्रकाशित किया है।)