Fact Check: क्या दिल्ली के स्कूल में 'भारत माता' को पढ़ाई गई नमाज? जानें वायरल वीडियो का पूरा सच
सोशल मीडिया पर सरकारी स्कूल का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में भारत माता की पोशाक पहनी हुई एक बच्ची के सिर पर से कुछ बच्चे मुकुट उतारकर उस पर सफेद कपड़ा बांधते हुआ नजर आ रहे हैं। इसके बाद मंच पर खड़े बच्चे नमाज पढ़ना शुरू कर देते हैं।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज चुका है। विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए पांच फरवरी को वोटिंग होगी और नतीजे आठ फरवरी को आएंगे। इस बार का चुनाव कई मायनों में अहम है। आम आदमी पार्टी इस बार तीसरी बार जीत की उम्मीद लगाए हुए है और अगर जीत दर्ज करती है तो ये तीसरी जीत यानी कि हैट्रिक होगी। वहीं कांग्रेस को भी वापसी की उम्मीद है लेकिन सबसे बड़ी चुनौती भारतीय जनता पार्टी के लिए है, जो जीत के लिए पूरा दम खम लगाने को तैयार है। राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी तेज हो गया है।
इस बीच सोशल मीडिया पर सरकारी स्कूल का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो किसी कार्यक्रम का है, जिसमें भारत माता की पोशाक पहनी हुई एक बच्ची के सिर पर से कुछ बच्चे मुकुट उतारकर उस पर सफेद कपड़ा बांधते हुआ नजर आ रहे हैं। इसके बाद मंच पर खड़े बच्चे नमाज पढ़ना शुरू कर देते हैं।
क्या किया गया दावा?
वीडियो को शेयर करते हुए एक राजेश हिंदुस्तानी नाम के फेसबुक यूजर ने लिखा है, “दिल्ली के सरकारी स्कूलों में ये हो रहा है। भारत माता के सिर से मुकुट उतारकर सफेद कपड़ा रखकर कलमा पढ़ाया जा रहा है। ये है दिल्ली के स्कूलों का केजरीवाल मॉडल, इसे ज्यादा से ज्यादा फैलाओ।”
हालांकि जब हमने इस वीडियो की सच्चाई का पता लगाया तो यह वीडियो आधा-अधूरा निकला। साथ ही ये भी पता चला कि ये वीडियो दिल्ली का नहीं, बल्कि लखनऊ के एक स्कूल का है। यह वायरल वीडियो 2 साल पुराना है जहां एक स्कूल के कार्यक्रम में बच्चों ने सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश देने के लिए हर धर्म की प्रार्थनाओं को दिखाया था।
India TV ने की पड़ताल
वीडियो की और सच्चाई जानने के लिए हमने इस वीडियो से जुड़े कीवर्ड सर्च करना शुरू किया तो हमें टाइम्स ऑफ इंडिया के पत्रकार अरविंद चौहान का एक एक्स पोस्ट मिला जिसमें उन्होंने इसी कार्यक्रम का 2 मिनट 20 सेकंड लंबा वीडियो शेयर किया था। अगस्त 2022 को शेयर किया गया ये वीडियो दूसरे एंगल से रिकॉर्ड किया गया है। अरविंद ने अपने पोस्ट में बताया है कि यह लखनऊ का वीडियो है। दिलचस्प बात ये है कि इस वीडियो में नाटक कर रहे बच्चों को सिर्फ नमाज पढ़ते नहीं, बल्कि हिन्दू, सिख और ईसाई धर्म के रीति-रिवाजों के अनुसार प्रार्थना करते देखा जा सकता है।
इसके अलावा लखनऊ पुलिस का भी अगस्त 2022 का एक पोस्ट मिला जिसमें उन्होंने इस वीडियो को शिशु भारतीय विद्यालय, मालवीय नगर थाना बाज़ार खाला का बताया है. पोस्ट में बताया गया है कि स्कूल के बच्चों द्वारा एक नाटक का मंचन किया गया था, जिसमें बच्चों द्वारा धर्म के नाम पर झगड़ा फसाद ना करने और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने का संदेश दिया गया है। पुलिस ने आधे-अधूरे हिस्से को ट्वीट कर भ्रम फैलाने वालों के विरुद्ध कार्यवाही करने की बात भी कही थी।
फैक्ट चेक में क्या निकला?
जांच में वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा गलत पाया गया। फैक्ट चेक से ये साफ हो गया कि इस वीडियो का अधूरा हिस्सा शेयर किया गया था और ये वीडियो 2 साल पुराना है। पुराने वीडियो को फर्जी दावों के साथ शेयर किया जा रहा है, इसलिए लोगों को ऐसी किसी भी फर्जी पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।