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Hindi News फैक्ट चेक Fact Check: गलत दावे के साथ शेयर हो रही कथावाचक जया किशोरी की AI-जनरेटेड फोटो, जानें पूरा सच

Fact Check: गलत दावे के साथ शेयर हो रही कथावाचक जया किशोरी की AI-जनरेटेड फोटो, जानें पूरा सच

जया किशोरी को लेकर किया जा रहा वायरल दावा फैक्ट चेक में फर्जी साबित हुआ है। जांच में पता चला कि कथावाचक की तस्वीर को संभवतः AI टूल्स के जरिए बनाया गया है।

Fact Check, Jaya Kishori Fact Check, Jaya Kishori Viral- India TV Hindi Image Source : PTI फैक्ट चेक में जया किशोरी को लेकर किया जा रहा दावा फर्जी साबित हुआ है।

Originally Fact Checked by PTI: : सोशल मीडिया पर कथावाचक जया किशोरी की एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है, जिसमें यूजर्स यह दावा कर रहे हैं कि यह तस्वीर उनके मॉडलिंग के समय की है। लेकिन पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क ने अपनी जांच में इस दावे को फर्जी साबित किया। जांच से पता चला कि यह तस्वीर संभवतः एआई टूल्स की मदद से बनाई गई है।

दावा:

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक्टर केआरके उर्फ कमाल खान ने 9 दिसंबर, 2024 को वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, “ ये उस वक़्त का फोटो है जब मैडम फिल्मी दुनिया में अपना नाम रोशन करना चाहती थी! फिर मैडम को समझ आया कि बाबा बनना सबसे आसान काम है! " पोस्ट का लिंक आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।

Image Source : PTIFact Check.

वायरल पोस्ट पर 4 हजार से ज्यादा लाइक्स है। वहीं 2 लाख से ज्यादा लोगों ने इस पोस्ट को देखा है।

पड़ताल:

दावे की पुष्टि के लिए डेस्क ने सबसे पहले वायरल पोस्ट को ध्यान से देखा. पोस्ट के कमेंट में कई यूजर्स ने इसे एआई जनरेटड बताया। वायरल तस्वीर को ध्यान से देखने पर इसके हाथों की उंगलिया और गले की माला असमान्य लग रही है। पोस्ट का लिंक यहां देखें।

Image Source : PTIFact Check

जांच को बढ़ाते हुए हमने एआई डिटेक्टर टूल Sightengine की मदद  से स्कैन किया। जांच में सामने आया कि इस तस्वीर को संभवतः एआई टूल्स के जरिये  तैयार किया गया है। Sightengine  पर मिले रिजल्ट के अनुसार वायरल तस्वीर 99 प्रतिशत AI निर्मित है। रिजल्ट का लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें-

Image Source : PTIFact Check

वहीं, वायरल तस्वीर का सच जानने के लिए हमने एक अन्य एआई डिटेक्टर टूल True Media की सहायता ली, True Media के अनुसार भी ये तस्वीर संभवतः AI निर्मित है।  रिजल्ट का लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।

Image Source : PTIFact Check

हमने जया किशोरी के सभी सोशल मीडिया को अकाउंट्स को खंगाला, हमें ये तस्वीर कहीं पर भी नहीं मिली। हमारी अब तक की जांच से यह साफ है कि जया किशोरी की वायरल हो रही यह तस्वीर संभवतः एआई टूल्स की मदद से तैयार की गई है और इसे गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।

दावा

कथावाचक बनने से पहले जया किशोरी के मॉडलिंग के दिनों की है ये तस्वीर

तथ्य

पीटीआई फैक्ट चेक की जांच में वायरल दावा फर्जी निकला।

निष्कर्ष

पीटीआई की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि कथावाचक जया किशोरी की वायरल हो रही तस्वीर को एआई की मदद से तैयार किया गया है। ऐसी तस्वीर की पहचान करने वाले एआई टूल्स ने बताया कि ये तस्वीर 99% एआई से जनरेटेड है।

(Disclaimer: यह फैक्ट चेक मूल रूप से PTI News द्वारा किया गया है, जिसे Shakti Collective की मदद से India TV ने पुन: प्रकाशित किया है)