Fact Check: फर्जी लिंक के माध्यम से किया जा रहा केंद्र सरकार के तरफ से फ्री रिचार्ज मिलने का दावा, जानें हकीकत
India TV Fact Check: आज के समय में फॉरवर्डेड मैसेज को बिना जानें शेयर करने का एक नया चलन शुरू हो गया है। ऐसा ही एक मैसेज फ्री रिचार्ज मिलने को लेकर वाट्सएप पर शेयर किया जा रहा है। आज हम उसकी पड़ताल करेंगे।
India TV Fact Check: सोशल मीडिया पर आज के समय में लोग कुछ भी शेयर कर देते हैं। पब्लिक प्लेटफॉर्म पर तो कई बार लोग थोड़ा बच जाते हैं, लेकिन वाट्सऐप के माध्यम से मैसेज फॉरवर्ड करने में तो एकदम आगे खड़े मिलते हैं। इस बात से बिलकुल अंजान कि शेयर किया जाने वाला मैसेज सही भी है या गलत है। ऐसा ही एक मैसेज तेजी से फॉरवर्ड हो रहा है, जिसमें केंद्र सरकार के फ्री रिचार्ज योजना के तहत सभी भारतीयों को फ्री में रिचार्ज मिलने की बात कही गई है। उस मैसेज के साथ एक लिंक भी शेयर किया जा रहा है। आज की स्टोरी में हम उस मैसेज का फैक्ट चेक करेंगे और यह जानेंगे कि क्या सच में केंद्र सरकार ऐसी कोई योजना चला रही है?
क्या है दावा?
वाट्सऐप पर एक मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार के तरफ से 28 दिनों का फ्री रिचार्ज कराया जा रहा है। वायरल मैसेज में लिखा है, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा फ्री मोबाइल रिचार्ज योजना के तहत सभी भारतीय यूजर को रुपये 239 का 28 दिन वाला रिचार्ज फ्री में देने का वादा किया है तो अभी नीचे नीले रंग की लिंक पर क्लिक करके अपने नंबर पर रिचार्ज करें। मैंने भी इससे अपना 28 दिन का फ्री Recharge किया है, आप भी अभी नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके 28 दिन का फ्री रिचार्ज प्राप्त करें। Last Date-30 मार्च 2023"
पड़ताल में निकला फर्जी
इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम के पास जब यह वायरल मैसेज पहुंचा तो हमने इसकी पड़ताल शुरू की। मैसेज को हमने ध्यान से पढ़ा तो पता चला कि उसमें लास्ट डेट 30 मार्च लिखा गया है जो बीत चुका है। सिर्फ इस लाइन से ही यह मैसेज पुराना निकल गया। फिर हमने आगे उस लिंक पर क्लिक किया तो वह लिंक इनवैलिड बता रहा था। हमने थोड़ा आगे बढ़कर यह चेक किया कि क्या सच में केंद्र सरकार ऐसी कोई योजना चला रही है। हमने गूगल पर फ्री मोबाइल रिचार्ज योजना सर्च किया तो इंडिया टीवी की एक स्टोरी मिली जो 14 मार्च को पब्लिश की गई थी। यह मैसेज तब भी वायरल हुआ था, जिसे इंडिया टीवी ने अपनी पड़ताल में गलत बताया था। हमने पाठकों को तब भी बताया था कि केंद्र सरकार ऐसी कोई भी योजना नहीं चला रही है। उस समय भी पीआईबी के हवाले से एक ट्वीट किया गया था, जिसमें इस मैसेज को फेक बताया गया था। आज जब हमने एक बार फिर से पीआईबी का हैंडल चेक किया तो यह खबर फेक निकली।
किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचें
सोशल मीडिया पर इस समय फायनेंशियल फ्रॉड की कई घटनाएं सामने आ रही हैं। जिसमें इसी प्रकार के फर्जी दावों के साथ यूजर को किसी लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है। याद रहे कि सरकार इस तरह की योजनाएं चलाती नहीं है। इसके अलावा किसी भी सरकारी योजना के लिए इस प्रकार शॉर्ट लिंक पर अप्लाई करने के लिए नहीं कहा जाता है। यदि आप इन लिंक पर क्लिक कर भी देते हैं तो अपने आधार, जन्मतिथि, फोन नंबर या फिर बैंक डिटेल कभी न दें। अन्यथा आप किसी फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं।
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