Fact Check: मणिपुर घटना के आरोपी का नहीं है RSS से कोई संबंध, पड़ताल में सामने आया सच
Manipur incident Viral Photo: मणिपुर घटना के संबंध में एक फोटो वायरल हो रहा है, जिसमें इसका मुख्य आरोपी RSS से जुड़ा हुआ बताया गया है। इस फोटो का इंडिया टीवी की टीम ने फैक्ट चेक किया तो सच सामने आ गया।
India TV Fact-Check: सोशल मीडिया पर जिस स्पीड से खबरें ब्रेक होती हैं, उससे भी कहीं अधिक तेज फेक न्यूज को स्प्रेड किया जा रहा है। हाल ही में मणिपुर में एक शर्मनाक घटना हुई थी, जिसने भारत की छवि को ना सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी शर्मिंदा किया था। खुद पीएम मोदी ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। देश भर में कई बड़े नेताओं ने इस मामले के आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग की थी। अब एक सोशल मीडिया पर फोटो वायरल हो रही है, जिसमें RSS के ड्रेस पहने दो व्यक्ति को इस घटना का आरोपी बताया जा रहा है। तेजी से शेयर हो रहे इस फोटो की पड़ताल इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ने की तो सच्चाई सामने आई।
क्या है दावा?
ट्विटर पर एक नायक वन न्यूज(@nayak1news) नाम के यूजर ने फोटो ट्वीट करते हुए लिखा, "ये दोनों आतंकी संगठन RSS के भक्त हैं, जिन्होंने मणिपुर की घटना करवाई।" सुभाषिनि अली (@SubhashiniAli) नाम के यूजर ने ट्वीट करते हुए कहा कि यह मणिपुर का आरोपित है। इन्हें कपड़ो से पहचानो। यह सेम लाइन उसने अंग्रेजी में भी लिखी। हालांकि ट्वीट करने के 3 घंटे बाद ही उस यूजर ने इस फोटो को फर्जी बताते हुए माफी मांग ली। जबकि दूसरे यूजर ने अपनी पोस्ट डिलीट कर दी।
क्या है सच्चाई?
जब हमने इस खबर के पड़ताल के लिए इमेज को गूगल पर सर्च किया तो कोई जानकारी नहीं मिल लेकिन जैसे ही हमने इंग्लिश में गूगल पर कीवर्ड टाइप किया कि 'RSS के कपड़े में मणिपुर का आरोपी' तो कुछ आर्टिकल खुल गए जिसे पढ़ने के बाद हमें पता चला कि यह फोटो बीजेपी एक नेता के बेटे की है। उन्होंने खुद ट्वीट कर लिखा, "आप लोग मेरे बेटे की तस्वीर का उपयोग क्यों कर रहे हैं? आइए कोर्ट में मिलते हैं, मैं ऐसी फर्जी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ आपराधिक/मानहानि का मुकदमा दायर कर रहा हूं। मैं चिदानंद सिंह भाजपा मणिपुर का स्टेट वाइस प्रेसीडेंट हूं। मेरा परिवार इस तरह के जघन्य अपराध में शामिल नहीं हुआ है।"
वायरल तस्वीर साल 2022 की है
उन्होंने एक लेटर जारी किया है जिसमें बताया है कि उस फोटो में वह व उनके 10 वर्ष के निर्दोष बेटे की तस्वीर है, जिसे मणिपुर की वायरल वीडियो का दोषी बताकर सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है। उन्होंने लेटर में ये भी लिखा था कि यह फोटो उनके फेसबुक प्रोफाइल से ली गई है। इंडिया टीवी की फैक्टचेक टीम ने उनकी प्रोफाइल चेक की तो यह बात सच निकली। उन्होंने 17 अक्टूबर 2022 को अपने बेटे के साथ यह तस्वीर फेसबुक पर पोस्ट की थी। जब इस खबर की सच्चाई सामने आई तो एक यूजर ने अपनी पोस्ट डिलीट कर ली तो दूसरे ने खुद से माफी मांग ली।
घटना का असल आरोपी कौन?
पुलिस ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि हमने 6 आरोपी गिरफ्तार कर लिए हैं। 6 आरोपियों में से एक आरोपी नाबालिग भी है। पुलिस कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर बाकी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। मणिपुर घटना के सामने आए 26 सेकेंड के वीडियो में गिरफ्तार आरोपियों में से एक को कांगपोकपी जिले के बी.फाइनोम गांव में भीड़ को सक्रिय रूप से निर्देश देते हुए देखा जा सकता है। इस आरोपी की पहचान 32 वर्षीय हुईरेम हेरादास सिंह के रूप में हुई है। हालांकि गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों की पहचान तत्काल पता नहीं चली है।
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