Explainer: जम्मू-कश्मीर में क्यों बढ़ीं आतंकी घटनाएं? क्या हैं पाकिस्तान के मंसूबे? यहां समझें
बीते कई दिनों से जम्मू-कश्मीर में एक के बाद एक कई आतंकी घटनाएं देखने को मिल रही हैं। माना जा रहा है कि पाकिस्तान एक बड़ी साजिश के तहत आतंकियों की घुसपैठ करवा रहा है। आइए जानते हैं पाकिस्तान के खतरनाक मंसूबों के बारे में।
बीते कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की हलचल बढ़ गई है। आतंकियों के सफाए के लिए सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन जारी है। राजौरी के जंगलों से लेकर कुपवाड़ा तक चप्पे चप्पे पर सुरक्षाबलों की कॉंबिंग चल रही है। इस दौरान आतंकियों से संपर्क भी हो रहा है। इस बीच आतंकियों ने बरसों पुराने रूट हिल काका से भी घुसपैठ की कोशिश की है। इस रूट पर भी सुरक्षाबल अलर्ट है। लेकिन जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से आतंक बढ़ क्यों गया है? आतंक के पीछे पाकिस्तान की प्लानिंग क्या है? भारतीय सेना किस तरह से जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी आतंकियों के मंसूबों को नाकामयाब कर रही है? आइए जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब हमारे इस एक्सप्लेनर के माध्यम से।
पंजाब के रास्ते भी आ रहे आतंकी
दूसरी ओर अब पंजाब के रास्ते आतंकियों के दाखिल होने का शक भी हो रहा है। कहा जा रहा है कि पंजाब के पठानकोट के फंगतोली गांव में 7 संदिग्ध देखे गए। पठानकोट में संदिग्धों की सूचना मिलने पर पुलिस ने स्केच जारी किया है। संदिग्धों की तलाश की जा रही है। पठानकोट से पुंछ तक चप्पे-चप्पे पर आतंकियों की तलाश की जा रही है।
क्या है पाकिस्तान की साजिश?
पहले कठुआ फिर राजौरी और अब कुपवाड़ा में आतंकियों की मौजूदगी ने ये साफ कर दिया है कि पाकिस्तान एक बड़ी साज़िश के तहत घुसपैठ करवा रहा है। वो चुनाव से पहले घाटी का माहौल खराब करने पर आमादा है। इसलिये वो आतंकियों की घुसपैठ करवाने के लिए नए नए इलाके खोल रहा है।
आतंकियों की घुसपैठ का नया ठिकाना
LOC से सटे इलाके हिल काका को पाकिस्तान ने घुसपैठ का नया ठिकाना बना लिया है। लश्कर और हिजबुल के ट्रेंड आतंकी इसी रास्ते से भारत में दाखिल कराए जा रहे हैं। साल 2003 तक ये आतंकियों के लिए जन्नत था लेकिन सुरक्षाबलों ने उनका ये रास्ता तब बंद कर दिया था। अब आतंकी फिर से इन रास्तों का इस्तेमाल कर रहे हैं। सुरक्षाबलों ने यहां से एंटर करने वाले आतंकियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन शुरू कर दिया है। कुपवाड़ा से राजौरी तक सर्च ऑपरेशन जारी है। आतंकी घने जंगलों की पनाह लेकर सुरक्षाबलों को निशाना बना रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर को सुलगाने की कोशिश में पाकिस्तान
इन आतंकियों की ट्रेनिंग पाकिस्तान में हुई है। पूरी इंटेलिजेंस है कि पाकिस्तान के मंसूबे जम्मू-कश्मीर को सुलगाने के हैं। लेकिन इस साज़िश को कुचलने के लिए इस बार सुरक्षाबलों के साथ साथ स्थानीय नागिरक भी खड़े हैं। सुरक्षाबलों को आतंकियों के ठिकाने का पता लग चुका है। वो जानते हैं कि इस बार आतंकी कौन सी चाल चल रहे हैं।
कितने आतंकी छिपे बैठे हैं?
जम्मू-कश्मीर की गुफाओं में कितने आतंकवादी हैं, इसकी भी कोई सटीक जानकारी नहीं है। सेना का अनुमान है कि गुफाओं में 50 से 55 आतंकवादी हो सकते है। लेकिन इनकी संख्या ज्यादा भी हो सकती है, 100,150,200 या 250 भी हो सकती है। अभी तो पाकिस्तान की तरफ से और भी आतंकवादियों की घुसपैठ की जा रही है। सेना इस ऑपरेशन में पहले ही अपने 10 जवानों को खो चुकी है। इसीलिए सेना सटीक ऑपरेशन चला रही है। इन आतंकवादियों की मदद करने वाले कुछ ओवरग्राउंड वर्कर्स को सेना ने पकड़ा है और उनसे पूछताछ में बड़ी जानकारियां मिली हैं।
चीनी हथियारों से लैस हैं आतंकी
आतंकियों के पास AK 47 , M4, चाइनीज़ पिस्टल, चाइनीज़ स्टील बुलेट, चाइनीज़ ग्रेनेड, बॉडी कैमरा, मोबाइल फ़ोन और UBGL है। आतंकवादी चोटियों पर बैठकर सेना के एक एक मूव को पहले मॉनिटर करते हैं और उसी के बाद घात लगाकर हमला कर रहे हैं। जब आतंकी सेना पर हमला कर रहे हैं तो बाकायदा अपने बॉडी कैम का इस्तेमाल करके उसे रिकॉर्ड भी कर रहे हैं। इसके बाद आतंकी स्थानीय लोगों को डरा धमकाकर उनके मोबाइल फोन से इंटरनेट शेयर करते हैं। और फिर सेना पर हमले के वीडियो अपने आकाओं को पाकिस्तान भी भेज रहे हैं।
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