क्या है करणी सेना, कब और क्यों हुई थी स्थापना? कैसे हो गई अध्यक्ष की हत्या, यहां जानें
मंगलवार को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में हुई हत्या ने पूरे देश में सनसनी फैला दी है। विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से इस हत्या पर शोक जताया गया है। आइए जानते हैं इस संगठन के बारे में सबकुछ।
जयपुर में शुक्रवार को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या कर दी गई है। उनके घर के पास ही कुछ अज्ञात बदमाशों ने उन्हें गोली मारी है। हाल ही में राजस्थान में विधानसभा चुनाव के परिणाम जारी हुए हैं और चुनाव के ठीक बाद इस हत्या ने पूरे देश में सनसनी फैला दी है। बीते कई सालों से करणी सेना का नाम किसी न किसी मुद्दे पर चर्चा में बना रहता है। लेकिन आखिर करणी सेना करती क्या है? इसकी स्थापना कब और क्यों हुई? किन मुद्दों को लेकर ये संगठन चर्चा में आया? आइए जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब हमारे इस एक्सप्लेनर के माध्यम से।
क्या है करणी सेना?
करणी सेना की स्थापना साल 2006 में लोकेंद्र सिंह कालवी द्वारा किया गया था। इस संगठन का नाम इसका नाम करणी माता के नाम पर पड़ा, जिन्हें उनके अनुयायियों द्वारा हिंगलाज का अवतार माना जाता है। करणी सेना को राजपूत समाज का संगठन माना जाता है। ये कोई राजनीतिक संगठन नहीं है लेकिन विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा इस संगठन को लुभाने की कोशिशें की जाती रही हैं। राजस्थान के राजपूत बहुल इलाकों में इस संगठन का काफी अच्छा खासा प्रभाव है। संगठन दावा करती आई है कि वह संस्कृति की रक्षा के लिए कार्य करती है। बता दें कि मार्च 2023 में संगठन के संस्थापक लोकेंद्र कालवी का निधन हो गया था।
पद्मावत फिल्म पर किया था बवाल
करणी सेना का नाम तब सबसे ज्यादा चर्चा में आया था जब साल 2018 में आई दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर अभिनीत फिल्म पद्मावत का विरोध हुआ था। करणी सेना के कार्यकर्ताओं में भारी प्रदर्शन कर के इस फिल्म पर बैन लगवाने की मांग की थी। इसके अलावा संगठन ने राजस्थान के मशहूर गैगस्टर आनंदपाल सिंह के पुलिस मुठभेड़ में भी मारे जाने का विरोध किया था। करणी सेना का आरोप था कि सरेंडर करने के बावजूद भी आनंदपाल को फर्जी मुठभेड़ में मारा गया है।
संगठन में हुई थी टूट
मंगलवार को जान गंवाने वाले सुखदेव सिंह गोगामेड़ी बीते लंबे समय से करणी सेना से जुड़े हुए थे। हालांकि, संगठन के अंदरूनी कलह के कारण उन्होंने अलग होकर राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नाम से अलग संगठन बनाया था। वह खुद इसके अध्यक्ष बने थे। हालांकि, साल 2021 में दोनों धड़े फिर से एक हो गए और श्री राजपूत करणी सेना (मूल) का विलय श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना में कर दिया गया।
कैसे हुई गोगामेड़ी की हत्या?
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की गोली मारकर हत्या का सीसीटीवी फुटेज सामने आ गया है। सुखदेव को घर में घुसकर गोलियां मारी गई। पुलिस ने बताया है कि इस वारदात में शामिल एक हमलावर को ढेर कर दिया है और उसका कहना है कि बाकी 2 बदमाशों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। इस घटना पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का ट्वीट सामने आया है। शेखावत ने कहा है कि हत्या की इस घटना से वह स्तब्ध हैं। राजस्थान को अपराध मुक्त करना हमारी पहली प्राथमिकता है। वहीं, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने गोगामेड़ी की हत्या को दुखद बताया है।
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