EXPLAINER: बारिश में भीगे... बाइक रिपेयर की, सड़कों पर मुहब्बत की दुकान चलानेवाले, ऐसे हैं राहुल गांधी
राहुल गांधी का आज 54वां जन्मदिन है और वे पिछले 20 वर्षों से राजनीति में हैं। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष का पद भी संभाला है। हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव के परिणामों से उनकी पार्टी को नई संजीवनी मिली है।
नई दिल्ली: स्वतंत्र भारत के इतिहास में यूं तो कांग्रेस के अंदर एक से बढ़कर एक दिग्गज नेता हुए जिन्होंने अपनी मेहनत, लगन और खूबियों से पार्टी और देश को आगे बढ़ाने में अप्रतिम योगदान दिया। इन नेताओं में निश्चित तौर पर कुछ गांधी परिवार से भी आते हैं जिन्होंने पंडित नेहरू की विरासत को आगे ले जाने में अहम भूमिका निभाई। गांधी परिवार की विरासत फिलहाल राहुल गांधी को हाथों में है। कांग्रेस अध्यक्ष का पद भी वे संभाल चुके हैं। हालांकि अध्यक्ष रहते हुए उन्हें आशातीत सफलता नहीं मिल पाई और पार्टी की हार के चलते उन्हें यह पद भी छोड़ना पड़ा। मौजूदा समय में वे कांग्रेस के महासचिव हैं। और उनकी पार्टी ने हाल में संपन्न लोकसभा चुनावों में पिछले दो लोकसभा चुनावों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है जिससे पार्टी के अंदर एक नई चेतना का संचार हुआ है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी यह मानते हैं पार्टी की सफलता में राहुल गांधी की न्याय यात्रा का अहम योगदान रहा।
दादी और पिता को खोया
आज राहुल गांधी 54 साल को हो गए हैं। उनका का जन्म 19 जून 1970 को नई दिल्ली में हुआ था। राहुल गांधी अपनी दादी इंदिरा गांधी और अपने पिता राजीव गांधी के बेहद करीब थे। लेकिन अफसोस.. दोनों की हत्या हो गई। 31 अक्टूबर 0984 को राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी की हत्या हुई और फिर बाद में 21 मई 1991 को उन्होंने अपने पिता (राजीव गांधी) को खो दिया।
2004 में राजनीति में रखा कदम, 2017 में बने कांग्रेस अध्यक्ष
वर्ष 2004 में राहुल गांधी ने राजनीति में अपना कदम रखा और पहला लोकसभा चुनाव अमेठी से लड़ा। वे चुनाव जीतकर पहली बार संसद पहुंचे। धीरे-धीरे पार्टी के अंदर उनकी गतिविधियां भी बढ़ती गईं। 24 सितंबर 2007 को राहुल गांधी को कांग्रेस का महासचिव नियुक्त किया गया। वे भारतीय युवा कांग्रेस और भारतीय छात्र संघ के प्रभारी रहे। जनवरी 2013 में उन्हें कांग्रेस का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। पार्टी ने 16 दिसंबर 2017 को राहुल गांधी को अध्यक्ष नियुक्त किया। लेकिन मई 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी की शिकस्त के बाद उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
सितंबर 2023 में भारत जोड़ो यात्रा
सितंबर 2022 में राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से श्रीनगर तक की भारत जोड़ो यात्रा की थी। 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होते हुए इस कुल 3 हजार 570 किमी की दूरी तय की गई। सितंबर 2023 में कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा 30 जनवरी 2024 को श्रीनगर में समाप्त हुई।136 दिनों तक चली इस यात्रा में राहुल गांधी ने 12 सभाओं को संबोधित किया। 100 से ज्यादा कॉर्नर मीटिंग्स और 13 प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसके अलावा उन्होंने 275 से ज्यादा वर्किंग इटरेक्श और 100 से ज्यादा सीटिंग इंटरेक्शन किए।
जनवरी 2024 में भारत जोड़ो न्याय यात्रा
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई थी। यह यात्रा 63 दिनों तक चली और 6,600 किमी की दूरी तय कर समाप्त हुई थी। 15 राज्यों के कम से कम 110 जिलों से होकर यात्रा गुजरी। इस दौरान करोड़ों लोगों से संपर्क किया गया। राहुल गांधी ने 15 जनसभा की और 70 जगहों पर जनता को संबोधित किया।
कभी बारिश में भीगे तो कभी बाइक रिपेयर की
भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी का व्यक्तित्व काफी उभरकर सामने आया। राहुल गांधी ने खुद ये माना कि लोगों से संवाद कर उन्हें काफी कुछ जानने और समझने को मिला। इसी यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने मुहब्बत की दुकान का संदेश भी दिया। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान तेज बारिश में भी राहुल नहीं रुके और भीगते हुए जनसभाओं को संबोधित किया। इससे जनता के बीच राहुल की एक नई छवि सामने आई।वहीं कभी राहुल कभी बाइक रिपेयर करते नजर आए। इस तरह राहुल ने जनता से जुड़ने का भरपूर प्रयास किया और इसका नतीजा लोकसभा चुनाव में भी नजर आया। कांग्रेस को कुल 99 सीटें हासिल करने में सफलता मिली है। जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में उसे केवल 52 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।