Explainer: Paytm के स्टॉक में लगातार दूसरे दिन लगा अपर सर्किट, आखिर ऐसा क्या हुआ कि बदली तस्वीर
Paytm Share Price: पेटीएम के शेयर में लगातार दो दिनों से अपर सर्किट देखने को मिल रहा है। आइए जानते हैं इस तेजी के पीछे क्या कारण है।
Paytm इन दिनों आरबीआई की ओर से लिए गए एक्शन की वजह से चर्चाओं में बना हुआ है। इसका असर पेटीएम के शेयरों पर भी देखने को मिला है। पिछले एक महीने में करीब 60 प्रतिशत की गिरावट के बाद शेयर में पिछले दो कारोबारी सत्रों से अपर सर्किट देखने को मिल रहे हैं। सोमवार के कारोबारी सत्र में भी शेयर 5 प्रतिशत के अपर सर्किट के साथ 358.35 रुपये प्रति शेयर पर था। लेकिन तेजी के कारण समझने से पहले जानते हैं कि आखिर पेटीएम में क्या-क्या हुआ?
पेटीएम के शेयर में उठापटक की वजह
आरबीआई की ओर से 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट बैंक पर बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब सभी सेवाओं जैसे ग्राहक के खाते में पैसे, प्रीपेड उपकरण , वॉलेट, फास्टैग, एनसीएमसी कार्ड आदि में जमा या क्रेडिट लेनदेन या टॉप-अप आदि 29 फरवरी से रोकने का आदेश दिया था, जिसके बाद से बड़ी संख्या में पेटीएम के शेयरों में गिरावट आनी शुरू हो गई। एक फरवरी के कारोबारी दिन में पेटीएम का शेयर करीब 20 प्रतिशत तक लुढ़क गया था।
इस गिरावट के पीछे की वजह पेटीएम पेमेंट बैंक से होने वाली आय का पेटीएम के EBITDA में करीब 500 करोड़ का योगदान है। ऐसे में अगर ये इनकम बंद हो जाती है तो कंपनी के वित्त पर इसका काफी नकारात्मक असर होगा। बता दें, पेटीएम की ओर से दी जाने वाले कार्ड मशीन, साउंड सिस्टम, क्यूआर कोड और वॉलेट सर्विसेज सभी पेटीएम पेमेंट बैंक पर ही निर्भर करती है। बता दें, पेटीएम पेमेंट बैंक पर रोक आरबीआई के नियमों का अनुपालन न करने के चलते लगाई गई है।
शेयर में क्यों लौटी तेजी?
पेटीएम पेमेंट बैंक के शेयर में तेजी लौटने की वजह आरबीआई द्वारा कंपनी को राहत देना है। आरबीआई की ओर से पेटीएम पेमेंट बैंक की सर्विसेज पर रोक लगाने की आखिरी तारीख 15 मार्च कर दी गई है। अब इस तारीख के बाद ही पेटीएम पेमेंट बैंक के कार्य पर रोक लगेगी। इसे पेटीएम के लिए एक बड़ी राहत माना जा रहा है, क्योंकि इससे कंपनी को अपनी सर्विसेज को किसी दूसरे बैंक में ट्रांसफर करने के लिए अधिक समय मिल गया है।
इसके अलावा पेटीएम ने स्पष्टीकरण दिया है कि पेटीएम के क्यू आर कोड, साउंडबॉक्स और कार्ड मशीन सभी 15 मार्च के बाद भी काम करेगी। आरबीआई द्वारा भी इस बात की पुष्टि की गई है। वहीं, पेटीएम का कहना है कि वे अपने नोडल अकाउंट को एक्सिस बैंक में शिफ्ट कर रहे हैं। इससे मर्चेंट्स को भी पहले की तरह ही सुविधा मिलती रहेगी। वहीं, पेटीएम के शेयर में तेजी की एक वजह प्रवर्तन निदेशालय की ओर से कंपनी के लेनदेन में फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) का उल्लंघन न पाया जाना भी है, जिससे कि निवेशकों में पेटीएम के शेयर को लेकर आत्मविश्वास लौटा है।
आरबीआई गर्वनर ने पेटीएम पर क्या कहा?
आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास की ओर से 8 फरवरी को पेटीएम पेमेंट बैंक पर रोक को लेकर कहा गया था कि आरबीआई द्वारा लिए गए इस एक्शन का कोई रिव्यू नहीं किया जाएगा। ये मुद्दा पूरी तरह से वित्तीय अनुपालन न करने का है। असेसमेंट करने के बाद ही केंद्रीय बैंक की ओर से इस पर फैसला लिया है।
फिनटेक कंपनियों पर क्या होगा असर?
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिरी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने अपने बयान में कहा कि आरबीआई की पेटीएम पेमेंट बैंक पर कार्रवाई ये दिखाती है कि सभी फिनटेक कंपनियों को वित्तीय नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। किसी भी कंपनी के लिए अनुपालन वैकल्पिक नहीं हो सकते हैं। आगे उन्होंने कहा कि कोई भी कंपनी हो, चाहे वो भारतीय हो या विदेशी, छोटी हो या बड़ी नियमों का पालन करना जरूरी है।