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Hindi News Explainers Explainer: बरसात के मौसम में शरीर में घुस सकता है दिमाग खोखला करने वाला ये जीव, जानें क्या हैं लक्षण और बचाव का तरीका

Explainer: बरसात के मौसम में शरीर में घुस सकता है दिमाग खोखला करने वाला ये जीव, जानें क्या हैं लक्षण और बचाव का तरीका

नेगलेरिया फाउलेरी एक अमीबा (एककोशिकीय जीवित जीव) है जो पानी, जैसे झीलों, नदियों और झरनों में पाया जाता है। इसके संक्रमण से इंसान अपनी जान गंवा सकते हैं।

brain eating amoeba- India TV Hindi Image Source : FREEPIK brain eating amoeba

केरल के अलप्पुझा में 'दिमाग खाने वाला अमीबा' (brain eating amoeba) से एक 15 साल के लड़के की मौत का मामला सुर्खियों में है। ऐसा पहली बार नहीं है जब एककोशिकीय जीव अमीबा के कारण किसी की मौत हुई है बल्कि इससे पहले भी दुनियाभर में कई लोग अमीबा के कारण अपनी जान गवां चुके हैं। centers for disease control and prevention की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नेगलेरिया फाउलेरी जिसे अमीबा कहा जाता है वह मिट्टी और ताजे पानी जैसे झीलों, नदियों और झरनों में रहता है। जब अमीबा युक्त पानी नाक में जाता है तो यह मस्तिष्क में संक्रमण का कारण बन सकता है। संयुक्त राज्य अमेरिका में हर साल करीब 3 लोग इस जानलेवा संक्रमण से संक्रमित होते हैं।

अमीबा क्या है (What is amoeba)

अमीबा एककोशिकीय जीवित जीव है, यह इतना छोटा है कि इसे केवल माइक्रोस्कोप से ही देखा जा सकता है। आमतौर पर ये जीव झीलों, नदियों और झरनों के ताजे पानी में पाया जाता है। अमीबा नेगलेरिया प्रजाति का है जिसकी केवल एक प्रजाति नेगलेरिया फाउलेरी यानी अमीबा ही लोगों को संक्रमित करती है।

अमीबा कैसे बनाता है शिकार

जब अमीबा युक्त पानी नाक के जरिए शरीर में जाता है तो यह लोगों को संक्रमित करता है। हालांकि दूषित पानी पीने से लोग नेगलेरिया फाउलेरी यानी अमीबा से संक्रमित नहीं हो सकते। यह आमतौर पर तब होता है जब लोग झीलों और नदियों में तैरते हैं, गोता लगाते हैं। अमीबा नाक से घुसता है और मस्तिष्क तक जाता है, जहां यह मस्तिष्क टिश्यू को नष्ट कर देता है। अमीबा से प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस (Primary amebic meningoencephalitis) नामक संक्रमण होता है, जो कि जानलेवा है।

Image Source : CDCbrain eating amoeba

अमीबा मानव शरीर में क्या करता है? (What does amoeba do in the body)

प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस (Primary amebic meningoencephalitis) नेगलेरिया फाउलेरी यानी अमीबा के कारण होने वाला एक गंभीर मस्तिष्क संक्रमण है। यह संक्रमण इतना दुर्लभ है कि इसका पता लगाना मुश्किल है, कभी-कभी रोगी की मौत के बाद ही इस बात का पता चलता है कि वह संक्रमित हुआ है। (PAM) का इलाज रोगी के ब्रेन टिश्यू में नेगलेरिया फाउलेरी जीवों, न्यूक्लिक एसिड या एंटीजन का पता प्रयोगशाला में लगने के बाद किया जा सकता है। 

क्या स्विमिंग पूल से नेगलेरिया फाउलेरी संक्रमण हो सकता है?

साफ और कीटाणुरहित स्विमिंग पूल से नेगलेरिया फाउलेरी संक्रमण नहीं हो सकता है। इसके संक्रमण का डर तब बढ़ जाता है जब स्विमिंग पूल की सफाई न रखी जाए या उसमें पर्याप्त क्लोरीन न हो। 

क्या अमीबा का संक्रमण फैल सकता है?

नहीं, नेगलेरिया फाउलेरी यानी अमीबा संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैल सकता है।

नेगलेरिया फाउलेरी संक्रमण के लक्षण (symptoms of Naegleria fowleri infection)

Primary amebic meningoencephalitis के पहले लक्षण आमतौर पर 5 दिन बाद शुरू होते हैं, लेकिन ये 1 से 12 दिनों के भीतर भी दिखाई दे सकते हैं। इसमें सिरदर्द, बुखार, मतली या उल्टी होती है। संक्रमण बढ़ने पर लक्षणों में गर्दन में अकड़न, दौरे, मस्तिष्क का काम न करना और कोमा शामिल हैं। लक्षण शुरू होने के बाद, रोग तेजी से बढ़ता है और आमतौर पर 1 से 18 दिनों के भीतर मृत्यु हो सकती है।

संक्रमण से बचाव के तरीके

  1. लोगों को इस बात के लिए सचेत रहना चाहिए कि इस संक्रमण का खतरा हमेशा रहता है।गर्मी और बरसात के महीनों में इसकी संभावना ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में तैरते समय ध्यान रखें कि नदी और झरनों का पानी नाक में न जाए।
  2. गर्मी और बरसात में नदी, झरनों और झील में गोता लगाने से बचना चाहिए।
  3. झरनों में अपनी सिर भिगाने से बचना चाहिए क्योंकि इसके रास्ते नाक तक पानी पहुंच सकता है।

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